तहलका के सनसनीखेज स्टिंग ऑपरेशन ‘वेस्ट एंड’ के करीब 20 साल पुराने रक्षा सौदा भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार समता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष जया जेटली और उनके दो अन्य सहयोगियों के लिए सीबीआई ने सात साल की कैद की मांग की है। वहीं, जया जेटली की ओर से पेश वकील ने कोर्ट से अपील की उनकी मुवक्किल की उम्र बहुत ज्यादा है, लिहाजा उनकी उम्र को देखते हुए सजा सुनाने में नरमी बरती जाए।
बुधवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान अदालत ने दोषियों की सजा को लेकर अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनीं। इसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला वीरवार के लिए सुरक्षित रख लिया।
विशेष सीबीआई जज वीरेंदर भट के समक्ष सीबीआई की ओर से पेश वकील ने कोर्ट से कहा कि दोषियों को अधिक से अधिक सजा देनी चाहिए, क्योंकि उनके द्वारा किए गए अपराध प्रकृति भी बेहद गंभीर है। सीबीआई ने कहा कि तहलका न्यूज पोर्टल के स्टिंग ऑपरेशन के बाद इस मामले में आरोपियों की भूमिका खुलेतौर पर सबके सामने आ चुकी है।
सीबीआई ने मांग की कि जया जेटली और उनकी ही पार्टी के पूर्व सहयोगी गोपाल पचेरलवाल व मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) एसपी मुरगई की सजा को लेकर कोई नरमी ना बरती जाए। 25 जुलाई को राउज एवेन्यू कोर्ट ने जया जेटली समेत तीन को भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश का दोषी ठहराया था।
न्यूज पोर्टल तहलका ने जनवरी 2001 में ‘ऑपरेशन वेस्ट एंड’ नामक स्टिंग किया था। इसमें काल्पनिक कंपनी बनाकर सेना के लिए हाथ से संचालित होने वाले थर्मल इमेजर्स की आपूर्ति ऑर्डर के लिए दोषियों को रिश्वत लेते दिखाया गया था। जया जेटली ने तत्कालीन रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीज के आधिकारिक आवास पर काल्पनिक कंपनी का प्रतिनिधि बनकर आए मैथ्यू सैम्युअल से 2 लाख रुपये की रिश्वत ली थी, जबकि मुरगई ने 20 हजार रुपए नकद लिए थे।
मामला सामने आने के बाद तत्कालीन रक्षा मंत्री फर्नांडीज को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था। इस मामले में भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण का भी नाम सामने आया था।