तमिलनाड की नीलगिरि पहाड़ियों में वायुसेना के हेलीकॉप्टर हादसे में बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों की मौत हो गयी है। एक बहुत गंभीर व्यक्ति इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। हादसे में दिवंगत लोगों के शव शाम तक दिल्ली लाये जाने की खबर है। बताया गया है कि सभी शव जलने के कारण बहुत ही क्षत विक्षत स्थिति में हैं और 95 फीसदी तक जल चुके हैं। डीएनए से शवों की पहचान किये जाने की संभावना है क्योंकि उनकी पहचान करना कठिन हो गया है। वायुसेना प्रमुख ने इसकी पुष्टि की है।
इस हेलीकॉप्टर में उनके अलावा रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट और क्रू समेत कुल 14 लोग सवार थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने इस हादसे और जनरल रावत की मौत पर शोक जताया है। वायुसेना प्रमुख भी घटनस्थल कुनूर रवाना हो गए हैं।
हादसे में जनरल रावत की मौत की पुष्टि के बाद राजनाथ सिंह ने इसकी जानकारी प्रधानमंत्री मोदी से साझा की। उसके बाद संसद में उनके ब्यान की तैयारी की गयी।
इससे पहले आई खबर के मुताबिक तमिलनाडु के नीलगिरी में सेना का यह डबल इंजन हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। इसमें 13 लोगों के शव मिले हैं। हादसे के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गयी। कुछ घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।
याद रहे भारतीय सेना का एमआई-17वीएस सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक माना जाता है। किसी भी वीवीआईपी दौरे में इसी विमान का उपयोग किया जाता है। यह डबल इंजन का हेलीकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलीकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलीकॉप्टर से की जाती है।
जानकारी के मुताबिक इस हेलीकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और वायुसेना के पायलट समेत कुल 14 लोग सवार थे। दिल्ली से ऊटी और वहां से सुतूर जाते हुए यह हादसा हुआ है। राजनाथ सिंह घटनास्थल पर जा सकते हैं।
दिल्ली से ऊटी और वहां से सुतूर जाते हुए यह हादसा हुआ है। रावत के फोन को लेकर खबर है कि उन संपर्क नहीं हो पाया है। हादसे का कारण अभी पता नहीं चला है। हादसे में एक घायल की हालत बहुत गंभीर बताई जा रही है।