महाराष्ट्र के बाद भाजपा ने लोक सभा चुनाव के लिए तमिलनाडु में भी गठबंधन कर लिया है। वहां सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और पीएमके के साथ मिलकर भाजपा चुनाव लड़ेगी। राज्य की कुल ३९ (पुडुचेरी को मिलाकर ४०) लोक सभा सीटों में भाजपा पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भी तमिलनाडु जाना था लेकिन उनके आने से पहले ही अन्नाद्रमुक ने पीएमके के साथ समझौता कर लिया और उसे सात सीटें दे दीं। इसके बाद भाजपा ने शाह की जगह पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक मंत्री विजय गोयल को समझौते के लिए भेजा। चूँकि तमिलनाडु में भाजपा का कोइ ख़ास जनाधार नहीं है उसने पांच सीटों पर ही संतुष्टि का फैसला किया।
समझौते के तहत ४० (३९ तमिलनाडु जमा एक पुद्दुचेरी) में से पट्टाली मक्कल कत्ची (पीएमके) सात सीटों पर लड़ने के साथ-साथ एक राज्यसभा सीट पाने में भी सफल रही। तमिलनाडु और पुडुचेरी को मिलाकर लोकसभा की कुल ४० सीटों में से पीएमके और भाजपा के हिस्से १२ सीटें छोड़ी गयी थीं जबकि अन्य सीटें एआईएडीएमके और डीएमडीके के लिए राखी गयी थीं।
गठबंधन में एआईएडीएमके की तरफ से लड़ी जाने वाली सीटों का वैसे अभी ऐलान नहीं किया गया है और यह उसे डीएमडीके के साथ बातचीत के बाद तय होगा। संभावना यही है कि डीएमडीके को ३-४ सीटें मिल सकती हैं। भाजपा विधानसभा की २१ सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में एआईडीएमके का समर्थन करेगी।
अन्नाद्रमुक के संयोजक और उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम और केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने इस गठबंधन की घोषणा की। गोयल तमिलनाडु के लिए भाजपा के प्रभारी भी हैं। केंद्र शासित क्षेत्र पुडुचेरी की सीट पीएमके के हिस्से में गई है। गोयल ने भरोसा जताया कि गठबंधन पुडुचेरी समेत सभी ४० सीटों पर जीत दर्ज करेगा।
उधर पनीरसेल्वम ने कहा – ”यह निर्णय किया गया कि तमिलनाडु और पुडुचेरी में लोकसभा चुनाव गठबंधन के तहत लड़ा जायेगा और गठबंधन विजयी होगा। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भाजपा को चुनावी समझौते के तहत पांच सीटें दी गई हैं।”