मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तमिलनाडु के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार किया है। लेकिन पुलिस कस्टडी में अचानक उनकी तबियत बिगड़ने से उनको चेन्नई के ओमंदुरार सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
ईडी ने सेंथिल बालाजी के कार्यालय के अलावा उनके गृह जिले करूर पर भी छापेमारी की। और यह पांच साल में दूसरी बार है जब र्इडी से जुड़े अधिकारियों ने सचिवालय के अंदर तलाशी ली है।
राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार निशाना साधते हुए कहा कि, “ऐसा करके सत्तारूढ़ भाजपा वह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को डराने की कोशिश कर रही है। भाजपा जिन लोगों का राजनीतिक रूप से सामना नहीं कर सकती, उन्हें पिछले दरवाजे से डराने-धमकाने की उसकी राजनीतिक सफल नहीं होगी। वह समय नजदीक आ रहा है जब वे खुद ही इसे महसूस करेंगे। बालाजी ने जांच में पूरा सहयोग करने का वादा किया था, लेकिन यह समझ नहीं आया कि सचिवालय में मंत्री के कमरे की तलाशी की क्या जरूरत थी।“
वहीं बालाजी ने कहा कि उन्हें यह जानकारी नहीं है कि अधिकारी उनके परिसरों पर क्या तलाश करने आए हैं। उन्होंने जांच में पूरी तरह सहयोग का आश्वासन दिया था।
आपको बता दें, ईडी ने धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की हैं। पिछले महीने आयकर विभाग ने बालाजी के करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी।