डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी प्रदीप सिंह की गुरुवार की सुबह पंजाब के कोटकपूरा में दो बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। यह बीते 7 साल में 7वें डेरा अनुयायी की हत्या हैं। प्रदीप सिंह गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का आरोपी था और जमानत पर बाहर था। प्रदीप को पुलिस सुरक्षा भी प्रदान की गई थी।
जानकारी के अनुसार प्रदीप सिंह पर उस वक्त हमला हुआ जब वह पंजाब के कोटकपूरा में अपनी दुकान खोलने जा रहे था। प्रदीप के साथ ही घटना में एक गनमैन और उसका एक पड़ोसी घायल हुआ हैं। दोनों घायलों को फरीदकोट के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया हैं।
फरीदकोट रेंज आईजी प्रदीप कुमार यादव ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि, “गोलीबारी की एक घटना हुई है, जहां प्रदीप सिंह नाम के शख्स की मौत हो गर्इ है। जबकि, तीन अन्य लोग घायल हुए हैं। उनके सिक्योरिटी गार्ड ने भी जवाबी गोलीबारी की। हमें सीसीटीवी फुटेज मिले हैं साथ ही कुछ जानकारियां भी हासिल हुई हैं।”
राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की हैं। मान ने पंजाबी में ट्वीट कर कहा कि, “पंजाब एक शांतिप्रिय राज्य है जहां लोगों का आपसी भाईचारा बहुत मजबूत है…किसी को भी पंजाब की शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी..राज्य की शांति और शांति बनाए रखने के लिए नागरिक और पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश।“
आपको बता दे, पंजाब और हरियाणा में सिख समाज और डेरा सच्चा सौदा के बीच वर्ष 2007 से ही अनबन चली आ रही है। प्रदीप सिंह वर्ष 2015 में बरगाड़ी में बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब की ‘बीर’ चुराने का बेअदबी के एक मामले का आरोपी था।
बेअदबी मामले की जांच एसआईटी कर रही थी और एसआईटी ने प्रदीप सिंह को गिरफ्तार भी किया था। साथ ही प्रदीप के एक साथी मोहिंदर पाल बिट्टू की नाभी जेल में हत्या कर दी गर्इ थी। और प्रदीप सिंह जमानत पर जेल से बाहर था। हालांकि पंजाब पुलिस ने उसे सुरक्षा प्रदान की हुई थी।
करीब 7 वर्ष पूर्व सामने आए बेअदबी के मामले के बाद जिले में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। साथ ही अक्टूबर 2015 में बेहबाल कलां में पुलिस गोलीबारी में दो लोगों की मौत और कोटकपूरा में कुछ लोग घायल हुए थे। अब माना यह जा रहा है कि इस हमले के बाद दोनों समाजों में फिर से टकराव बढ़ने की आशंका जताई जा रही हैं।