भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह शनिवार को सामने आए और अपना बचाव किया और पहलवानों पर साजिश रचने का आरोप लगाया। हालांकि, इसके बाद पहलवान विनेश फोगाट ने बृजभूषण सिंह के आरोपों पर पलटवार किया है।
विनेश फोगाट ने कहा – मैंने केवल चार नेशनल नहीं खेले हैं बीते 14 साल में। मैंने पहले भी नेशनल खेला और आज भी खेलूंगी। बजरंग और बाकी लोग भी ट्रायल देकर ही गए थे, कोई भी खिलाड़ी देश से बड़ा नहीं है।’
उन्होंने नेशनल के नियम बदलने की बात को बेबुनियाद और झूठा कहा। वहीं बजरंग पूनिया ने कहा कि शिकायतकर्ता नाबालिग है ये बात बृजभूषण को आखिर कैसे पता चली, हम ये सवाल पूछना चाहते हैं।
पूनिया ने कहा – ‘हम संवैधानिक पदों पर बैठे सभी लोगों का सम्मान करते हैं। हम कोई ऐसी बात नहीं कहते हैं कि उनके सम्मान को चोट पहुंचे। लेकिन हमारा भी मान-सम्मान है। इस बात का जवाब दें कि कैसे कमेटी की गोपनीय बातें उन तक पहुंची। यहां का बिजली, पानी तक काट दिया गया और बेड और बिस्तर भी नहीं है। पहले हमारी मजबूरी थी कि हम नहीं बोल पाए।’
इससे पहले धरने पर बैठे पहलवानों के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि इस्तीफा देना उनके लिए कोई बहुत बड़ी बात नहीं है, किन्तु वह अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं देंगे। बृजभूषण ने कहा -‘मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं और मुझे सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली पुलिस पर पूरा भरोसा है। मैं हर तरह की जांच का सामना करने को तैयार हूं।’
बृजभूषण ने कहा कि महिला पहलवानों की सभी मांगें मान ली गई हैं, मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है, फिर भी वे धरने पर बैठे हैं। क्यों?’ उन्होंने कहा कि उनका कार्यकाल पूरा हो चुका है और महासंघ के अध्यक्ष के चुनाव के साथ अपने आप ही इस्तीफा हो जाएगा और वे नए चुनाव तक कार्यवाहक की भूमिका निभा रहे हैं।