करीब सवा महीने पहले भारत आये अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत को धमकी दी है कि यदि उसने कोरोना से लड़ने के लिए उसे हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन दवा नहीं भेजी तो उसे इसका ”नतीजा” भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भारत भी उससे (अमेरिका) ऐसी ही उम्मीद रखे।
याद रहे ट्रम्प २४ फरवरी को जब भारत आये थे तो उनकी काफी आवभगत की गयी थी। अब जबकि अमेरिका कोरोना विषाणु के गंभीर संकट से दो-चार है, वो अपना आपा भी खोता जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अब भारत को सीधे-सीधे धमकी दे दी है कि यदि उसने कोरोना से लड़ने के लिए अमेरिका को हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन दवा नहीं भेजी तो उसे इसका ”नतीजा” भुगतना होगा।
अमेरिका में रोज कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। अमेरिका में आज कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं और करीब तीन लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और १०,००० से मौत हो चुकी है।
इस सारे संकट के दौरान के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को चेतावनी दे दी। ट्रंप ने कहा है कि भारत कोरोना से लड़ने के लिए हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन दवा नहीं भेजता है तो उसे इसका नतीजा भुगतना होगा। याद रहे हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन दवा मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल की जाती है और इसका इस्तेमाल कोरोना से लड़ने के लिए मरीजों का इम्यून सिस्टम मजबूत रखने के लिए किया जा रहा है। भारत ने इस दवा के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है और अमेरिका ने पिछले दिनों इस दवा की मांग की थी।
ट्रंप ने कहा कि उनकी पीएम मोदी से बात हुई है। ट्रम्प ने कहा – ”बातचीत काफी अच्छी रही। मोदी ने हाल की फोन कॉल के दौरान बताया कि वह अमेरिका की दवा की मांग पर विचार करेंगे”। हालांकि, ट्रंप ने इशारों में यह भी कह दिया कि ”अगर भारत ने अमेरिका की मांग पूरी नहीं की तो भारत को इसका नतीजा भुगतना पड़ सकता है”।