टीम में विजय शंकर को जगह, पंत की छुट्टी

अगामी क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। विजय शंकर को छोड़ कर सभी खिलाड़ी वही हैं जिनकी उम्मीद थी। इंग्लैंड के मौसम और विकेट की हालत को देखते हुए चयनकर्ताओं ने तीन तेज़ गेंदबाजों का चयन किया है। जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी तेज़ गेंदबाजी को संभालेंगे। भारत की जीत के लिए बुमराह का फार्म में रहना बहुत ज़रूरी है। यह एक ऐसा गेंदबाज है जो किसी भी स्थिति में टीम को जीत की ओर ले जा सकता है।

बल्लेबाजी का भार शिखर धवन, केएल राहुल, कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा पर रहेगा। इनके साथ पांच नंबर पर विकेटकीपर धोनी भी सहायक सिद्ध हो सकते हैं। केदार जाधव और विजय शंकर भी हरफनमौला खिलाडिय़ों की श्रेणी में आते हैं। लगता है कि पहले पांच बल्लेबाज तो हर मैच में खेलेंगे ही। इसके बाद पांच गेंदबाज भी खिलाने होंगे। गेंदबाजी के विकल्प देखने से लगता है कि तेज़ गेंदबाजों के साथ एक या दो स्पिनर भी खिलाए जाएंगे। हरफनमौला रविंद्र जाडेजा के अलावा टीम को कुलदीप यादव और युजवेंद्र चाहल का भी साथ मिलेगा।

देखने में टीम पूरी तरह संतुलित लगती है। इसमें युवा और अनुभवी दोनों ही तरह के खिलाड़ी हैं। पर मध्यक्रम में एक बांए हाथ के बल्लेबाज की कमी ज़रूर खलेगी। किसी भी गेंदबाज की लय और दिशा को भ्रमित करने के लिए मध्यक्रम में एक बांए हाथ के बल्लेबाज का होना ज़रूरी होता है। इसके अलावा भी मध्यक्रम में भरोसेमंद बल्लेबाज की कमी है। निचले क्रम में रविंद्र जाडेजा , केदार जाधव, धोनी, विजय शंकर या हार्दिक पांड्या अच्छा कर सकते हैं, पर पूरा भरोसा किस पर हो यह देखना पड़ेगा। इसके अलावा टीम में बांए हाथ के ‘आर्थोडॅाक्स’ स्पिनर की भी कमी नजऱ आ रही है। कुछ खास हालात में जब रनों पर अंकुश लगाने की ज़रूरत हो उस समय दांए हाथ के बल्लेबाज के खिलाफ बांए हाथ का पारंपरिक स्पिनर काफी प्रभावशाली साबित होता है।

टीम की घोषणा के बाद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा कि चयनसमिति ने एक संतुलित टीम चुनी है और खेल के हर विभाग पर पूरा ध्यान दिया है। चयनकर्ताओं ने ऋषभ पंत और अंबाती रायडू को टीम में जगह नहीं दी है। टीम में हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर को ऐसे बल्लेबाज के रूप में शामिल किया है जो कुछ गेंदबाजी भी कर सकता है। प्रसाद ने कहा कि पिछले एक साल से भी ज़्यादा समय से कलाई के दोनों स्पिनर काफी अच्छा कर रहे हैं। विकेट कुछ ज़्यादा सूखी हो सकती है पर जाडेजा अच्छा कर सकता है। उन्होंने बताया कि चैंपियंस ट्राफी के बाद हमने मध्यक्रम के लिए कुछ नए चेहरों को आजमाया हमने रायडू और विजय शंकर को मौके दिए। यदि बादल घिरे हों तो शंकर अच्छी गेंदबाजी कर सकता है और वह गज़ब का क्षेत्र रक्षक है।

प्रसाद ने कहा कि टीम में सात गेंदबाज हैं। हमें हर तरह से संतुलित टीम तैयार की हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में खलील अहमद और नवदीप सैनी के नामों पर भी विचार हुआ और उन्हें आरक्षित तेज़ गेंदबाज के तौर पर रखा गया है। यदि ज़रूरत हुई तो उन्हें बुला लिया जाएगा।

असल में विश्व कप की तैयारी दो साल पहले इंग्लैंड में खेली गई चैपियंस ट्राफी के बाद ही शुरू हो गई थी। वहां भारत फाइनल में पाकिस्तान से हार गया था। उस समय चयनकर्ताओं ने कलाई के दो स्पिनरों यजुवेंद्र चाहल और कुलदीप यादव पर ध्यान दिया। पिछले महीने विजय शंकर पर भी नजऱ पड़ी।

इससे पूर्व प्रसाद और विराट कोहली ने कहा था कि आईपीएल में प्रदर्शन का इन चयन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 2018 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरिज़ जीती और एशिया कप जीता, वेस्टइंडीज को हराया। आस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में सीरीज़ जीती पर इंग्लैंड में हारा। इसके साथ ही प्रथम तीन बल्लेबाजों ने खूब रन बनाए। पर इस समय शिखर धवन की फार्म चिंता का विषय है। इन हालात में सारा दारोमदार विराट कोहली और रोहित शर्मा पर होगा। यह भी उम्मीद करनी होगी कि जो खेल धोनी ने आस्ट्रेलिया से खेलना शुरू किया था वह जारी रहेगा। वहां उसने तीन एक दिवसीय मैचों में तीन अर्धशतक बनाए थे।

भारतीय टीम इस प्रकार है:-

विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, एमएस धोनी (विकेट कीपर), केदार जाधव, विजय शंकर, दिनेश कार्तिक (विकेट कीपर), कुलदीप यादव, युजवेंद्र चाहल, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, रविंद्र जाडेजा, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार।