गोल्फ के खेल में जो उपलब्धियां एक अश्वेत खिलाड़ी एल्ट्रिक टोंट टाइगर वुड्स जिन्हें टाइगर वुड्स के नाम से जाना जाता है ने प्राप्त की हैं, उसकी दूसरी मिसाल मिलना कठिन हैं। पूर्व विश्व नंबर एक खिलाड़ी टाइगर वुड्स ने 2010 में विभिन्न टूर्नामेंट जीत कर और विज्ञापनों के जरिए 9.05 करोड़ डालर कमाए थे। अपने खेल जीवन में वुड्स ने 14 प्रमुख पेशेवर गोल्फ प्रतियोगिताएं जीतीं। इनते टूर्नामेंट जीतने वाले वे दुनिया के दूसरे खिलाड़ी है। इनसे ज्य़ादा 18 खिताब जीतने वाले खिलाड़ी हैं जैक निकलॉस। इतना ही नहीं टाइगर वुडस पीजीए टूर के 71 खिताब भी जीत चुके हैं। इस मामले में दुनियां के तीसरे नंबर के खिलाड़ी हैं। उनके नाम किसी भी दूसरे खिलाड़ी से अधिक खिताब हैं। वे ग्रैंड स्लैम प्राप्त करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं। इतना ही नहीं 50 टूर प्रतियोगिताएं जीतने वाले वे सबसे युवा और सबसे तेज़ खिलाड़ी हैं। जैक निकलॅास के बाद वे दूसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीन बार ग्रैंड स्लैम हासिल किया है। वुड्स ने 18 विश्व गोल्फ प्रतियोगिताएं जीतीं और 1999 से ले कर लगातार 11 साल यह जीत हासिल की।
टाइगर वुड्स को 10 बार पीजीए प्लेयर ऑफ द ईयर पुरस्कार मिला। उन्होंने 11 दिसंबर 2009 को अपनी घरेलू समस्या के चलते गोल्फ की दुनिया से अवकाश ले लिया था। उनके खिलाफ दुनिया की एक दर्जन महिलाओं ने शोषण का आरोप लगाया। 20 हफ्तों तक अवकाश में रहने के बाद वुड्स आठ अप्रैल 2010 को मास्टर्स के लिए आयोजित प्रतियोगिता में लौट आए।
जुलाई 2010 में फोब्र्स ने वुड्स को दुनिया का सबसे अमीर खिलाड़ी घोषित किया। उनके अनुसार वुड्स की आय 10.5 करोड़ डालर थी।
इस महान खिलाड़ी का जन्म कैलिफोर्निया में हुआ था। उनके दो सौतले भाई है। पिता का नाम अर्ल और माता कुल्टिग वुड्स था। वुड्स ऑरेंज कांउटी कैलिफोर्निया में बड़े हुए। उनके पिता एक अच्छे शौकिया गोल्फ खिलाड़ी थे। वे बेसवाल भी अच्छा खेलते थे। यही वजह थी कि टाइगर वुड्स का गोल्फ से परिचय पैदा होते ही हो गया था। 1984 में आठ साल की उम्र में उन्होंने जूनियर विश्व कप गोल्फ चैंपियनशिप में उपलब्ध सबसे कम आयु वर्ग (9-10 साल) की लड़कों की प्रतियोगिता जीत ली। सबसे पहले उन्होंने आठ साल की उम्र में 80 का स्कोर पार किया था। 1988 से 1991 तक लगातार चार खिताबों के साथ उन्होंने छह बार जूनियर विश्व चैंपियनशिप जीती थी।
वुड्स की पहली बड़ी जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता 1989 में थी जब वे 13 साल के थे। अंतिम राउंड में वुड्स का मुकाबला उस समय अपेक्षाकृत से अनजान पेशेवर जॉन डैली के साथ था। यहां वुड्स मात्र एक स्ट्रोक से हारा था।
अगस्त 1996 स्पोर्टस मैन ऑफ द ईयर चुना गया। जून 1999 में वुड्स ने मैमोरियल टूर्नामेंट जीत कर एक बड़े युग की शुरूआत की। उन्होंने अपना यह सब आठ जीतों के साथ किया। यह एक ऐसी उपलब्धि थी जो 1974 के बाद और कोई हासिल नहीं कर पाया था। इसके बाद उनके जीवन का स्वर्णकाल भी चला और उसमें गिरावट भी आई। पर इसके बाद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
आज भी वुड्स का कोई सानी नहीं।