झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार ने आज विश्वास मत जीत लिया है। हेमंत सोरेन सरकार को 81 में से 48 मत मिले है।
विश्वासमत जीतने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि, “जीते हैं हम शान से विपक्ष जलते रहें हमारे काम से, लोकतंत्र जिंदाबाद।“
झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में विपक्ष के हंगामे के बीच हेमंत सोरेन सरकार ने विश्वास मत पेश कर दिया है। हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भाजपा पर संकट का फायदा उठाने की कोशिश करने व चुनी हुई सरकार को गिराने का आरोप लगाया है।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा का कहना है कि हेमंत सोरेन को एक विधायक के रूप में अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने खुद को खनन पट्टा देकर चुनावी मानदंडों का उल्लंघन किया है। पार्टी ने नए सिरे से चुनाव का आह्वान किया है और मांग की है कि मुख्यमंत्री नैतिक आधार पर इस्तीफा दे।
झारखंड के सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के करीब 30 विधायक विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने के लिए रविवार को रांची पहुंचे। यह सभी विधायक 30 अगस्त से रायपुर के पास एक रिजॉर्ट में ठहरे हुए थे। और हेमंत सोरेन ने कल विधायकों के साथ बैठक भी की थी।
आपको बता दें, झारखंड के विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ लाभ के पद के मामले में निर्वाचन आयोग में याचिका दायर की थी। और निर्वाचन आयोग ने 25 अगस्त को राज्य के राज्यपाल रमेश बैस को अपना फैसला भेज दिया है। साथ ही वे कभी भी अपना फैसला सुना सकते है।
झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 81 सदस्यीय विधानसभा में 49 विधायक हैं। झामुमो के पास 30 विधायक, कांग्रेस के पास 18, राजद के पास एक विधायक और मुख्य विपक्षी दल भाजपा के पास 26 विधायक है। बहुमत का आंकड़ा 41 है।