झारखंड की चुनावी तस्वीर अब लगभग साफ़ हो गयी है। रुझानों में कांग्रेस-जेएमएम की सरकार बनना निश्चित हो गया है वहीं ”६५ पार” का नारा लगानी वाली भाजपा २४ सीटों के आसपास सिमट गयी है। भाजपा को इस चुनाव में बहुत बड़ा झटका लगा है और उसके कई बड़े नेता जिनमें मुख्यमंत्री रघुबर दास, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और स्पीकर तक चुनाव हार गए हैं।
झारखंड में हेमंत सोरेन का नया मुख्यमंत्री बनना अब तय लग रहा है। भाजपा की इस हार के साथ ही उसकी झोली में एक राज्य और कम हो गया है। कुछ साल पहले ”कांग्रेस मुक्त भारत” का नारा देने वाली भाजपा अब खुद ही राज्यों में सिमटती दिख रही है। झारखंड के चुनाव में अभी तक के रुझानों के मुताबिक कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन को करीब ४८-४९ सीटों पर बढ़त है।
अंतिम नतीजे आने में अभी समय लगेगा जिससे सीटों का गणित थोड़ा ऊपर-नीचे हो सकता है। लेकिन यह तय है कि भाजपा सत्ता से बाहर हो गयी है। भाजपा से बागी हुए नेता ने ही मुख्यमंत्री को धूल चटा दी। अब तक के रुझानों में भाजपा २३-२४, कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन ४७-४८ सीटें जीतते दिख रहे हैं। आरजेडी-अन्य ४, आसजू ३ और जेवीएम भी ३ सीटों पर आगे हैं।
हेमंत सोरेन ने जीत का श्रेय प्रदेश की जनता को दिया है। उन्होंने रुझानों पर कहा कि पूरे नतीजे आने का इन्तजार करेंगे लेकिन हमें भरोसा था कि जनता भाजपा को सत्ता से बाहर करने वाली है।