झारखंड विधानसभा चुनाव के शुरुआती नतीजों से जो रुझान मिले हैं उसके मुताबिक वहां कांटे की टक्कर दिख रही है। अभी तक के रुझानों में ८१ सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन ४३ सीटों जबकि भाजपा २७ सीटों पर आगे है। सरकार बनाने के लिए ४१ सीटों के दरकार है लिहाजा कांग्रेस गठबंधन मजबूत दिख रहा है।
नागरिकता संशोधन क़ानून, जिसे लेकर देश भर में बबाल मचा हुआ है, के बाद देश में यह पहला चुनाव है जिसमें भाजपा को झटका लगता दिख रहा है। भाजपा के दोनों बड़े नेताओं पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव प्रचार में नागरिकता क़ानून का लगातार जिक्र किया था। लेकिन इसका असर नहीं हुआ लगता है।
यदि यही रुझान अंतिम नतीजों में बदले तो झारखंड से भाजपा का पत्ता साफ़ होता दिख रहा है। फिलहाल कांग्रेस गठबंधन ४३ सीटों पर आगे है। अगले साल के आखिर में बिहार में भी विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में भाजपा के लिए इसे खतरे की घंटी माना जा सकता है।
वोटों की गिनती आज सुबह शुरू हुई जिसमें पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हुई। ईवीएम की गिनती के बाद पल-पल रुझान बदल रहे हैं लिहाजा अभी कहना मुश्किल है कि अंतिम नतीजा क्या निकलेगा। अदि किसी को साफ़ बहुमत नहीं मिलता तो आसजू का रोल महत्वपूर्व हो जाएगा।
अभी तक जो रुझान सामने आये हैं उसके मुताबिक भाजपा २७, कांग्रेस ११ सीटों पर आगे हैं। कांग्रेस गठबंधन सहयोगी जेएमएम के साथ रुझान में अभी तक ४३ सीटों पर आगे हैं।
ख़बरों के मुताबिक कांग्रेस के ऐसे बागियों, जो रुझानों में आगे चल रहे हैं, ने गठबंधन की बढ़त को देखते हुए कांग्रेस से संपर्क साधा है। कांग्रेस के नेता आरपीएन सिंह से उनका संपर्क बना हुआ है। भाजपा ने भी पिछली रात आसजू के नेताओं से बात हुई है।