अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और पूर्व सांसद सुष्मिता देव तृणमूल कांग्रेस यानी टीएमसी में शामिल हो गई हैं। उन्हें ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी व डेरेक ओ ब्रायन ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इससे पहले सोमवार को ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा था। पूर्वोत्तर से ताल्लुक रखने वाली सुष्मिता देव राहुल गांधी की करीबी मानी जाती थीं।
सुष्मिता देव ने इस्तीफे की जानकारी सोनिया गांधी को पत्र के माध्यम से दी थी। इससे पहले सुष्मिता देव ने पार्टी के व्हाट्सएप ग्रुप को भी छोड़ दिया था, वहीं ट्विटर पर भी बायो बदल कर पूर्व पार्टी नेता कर लिया था। सुष्मिता देव 2014 के लोकसभा चुनाव में असम की सिल्चर सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर सांसद बनी थीं। इसके बाद उन्हें अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का कार्यभार भी दिया गया था। लेकिन, असम विधानसभा चुनाव में हार के बाद सुष्मिता देव का इस्तीफा मुसीबत बन सकता है।
ट्विटर ने सुष्मिता का अकाउंट भी लॉक कर दिया था। इसी दौरान उन्होंने खुद को बायो में कांग्रेस पार्टी का पूर्व नेता बताया है। यह कदम सुष्मिता देव ने तब उठाया, जब ट्विटर ने उनके अकाउंट को निलंबित कर दिया है। सुष्मिता भी उन नेताओं में से एक हैं, जिनका ट्विटर अकाउंट राहुल गांधी के साथ निलंबित किया गया है।
कांग्रेस के युवा नेता कार्ति चिदंबरम ने कहा है कि पार्टी को इस पर मंथन करना होगा कि क्यों सुष्मिता देव जैसे युवा लोग उनको छोड़कर चले जा रहे हैं। वहीं, कपिल सिब्बल ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा है कि युवा नेता कांग्रेस को छोड़कर जा रहे हैं और आरोप पुराने बुजुर्ग नेताओं पर लगते हैं। इस तरह पार्टी में एक बार फिर बुजुर्ग बनाम युवा को लेकर बहस और तेज हो सकती है।