कुछ विपक्षी दलों के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) और यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के विरोध को लेकर रणनीति बनाने पर बुलाई कांग्रेस की बैठक में न आने के ऐलान के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में सोमवार को विपक्षी दलों की यह अहम बैठक हो रही है। इस बैठक की अहमियत इसलिए भी ज्यादा है कि देश में अभी भी इन मुद्दों को लेकर आंदोलन और प्रदर्शन जारी हैं।
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में इन तमाम मुद्दों पर चर्चा की जा रही है साथ ही इसे लेकर रणनीति भी बनाई जाएगी। बैठक में शामिल होने से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पहले ही मना कर दिया था और अब बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने भी राजस्थान में बीएसपी विधायकों को एक साल पहले कांग्रेस में शामिल करवाने का बहाना बनाकर आने से इंकार कर दिया है।
कांग्रेस के इस अहम बैठक में हालांकि देश के अन्य तमाम प्रमुख राजनीतिक दल में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), द्रविड़ मुनेत्र कजगम (डीएमके), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, लेफ्ट, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), समाजवादी पार्टी (एसपी) और अन्य कई दल शामिल हो रहे हैं।
यह बैठक दोपहर २ बजे संसद भवन की एनेक्सी में होनी प्रस्तावित है। बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी भी मौजूद रह सकती हैं, जो हाल के हफ़्तों में इन मुद्दों पर बहुत ज्यादा सक्रिय रही हैं। इस बैठक में जेएनयू, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और एएमयू में हुई हिंसा एक बड़ा मुद्दा होगा। कांग्रेस ने इसे लेकर एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी भी गठित की थी जिसने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंप दी है।