जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार देर शाम हुई जबरदस्त गुंडागर्दी में २० छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। ख़बरों के मुताबिक उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया है। आरोप है कि जेएनयू में नकाब पहने गुंडे घुस गए और जमकर हंगामा किया। जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी घायल हैं।
जानकारी के मुताबिक राजधानी दिल्ली में रात की इस घटना के बाद देश के अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों ने जेएनयू के छात्रों के समर्थन का ऐलान किया है। दिल्ली में इस घटना के बाद सनसनी फैल गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक चेहरे पर नकाब बांधे करीब ४०-५० गुंडों ने जेएनयू के साबरमती गर्ल्स होस्टल के अंदर छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले में २० छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया है। जानकारी के मुताबिक जेएनयू में कुछ छात्र अभी लापता भी हैं। जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी घायल हैं। नकाबपोश हमलावरों ने उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया।
यह हमला रविवार शाम साढ़े छह बजे हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, करीब ४०-५० चेहरे पर नकाब डाले गुंडे जेएनयू कैंपस में घुस गए और उन्होंने छात्रों पर हमला करना शुरू कर दिया। यह लोग भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। गुंडों ने जेएन परिसर में कारों और होस्टल में तोड़फोड़ की। जेएनयू के प्रोफेसर अतुल सूद के अनुसार इन हमलावरों ने होस्टल पर पत्थरबाजी की और यूनिवर्सिटी की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर मामले पर हैरानी जताई है। केजरीवाल ने कहा वे जेएनयू में हुई हिंसा की खबर सुनकर हैरान हैं। छात्रों पर बेरहमी से हमला किया गया। पुलिस को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए। अगर हमारे छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा?
उधर विश्वविद्यालयों के छात्र संघों ने जेएनयू छात्रों के साथ एकजुटता दीखते हुए घटना की कड़ी निंदा की है।