केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने अपने साथी जवान पर गर्म पानी फेंकने के आरोप में डीआईजी का तबादला कर दिया। जवान ने डीआईजी को पीने के लिए गर्म पानी दिया था। आदेश के मुताबिक, बिहार के मोकामाघाट में तैनात डीआईजी डीके त्रिपाठी को मणिपुर और नगालैंड सेक्टर में तबादला कर दिया गया है।
घटना इसी साल के शुरुआत की है, जब बिहार के राजगीर जिले में सीआरपीएफ के एक ट्रेनिंग सेंटर में कांस्टेबल अमोल खराट ने गर्म पानी फेंके जाने की शिकायत दर्ज कराई। इसमें उसका चेहरा झुलस गया था। सीआरपीएफ ने यह भी कहा है कि यह कार्रवाई शुरुआती जांच के आधार पर की गई है, जबकि अभी जांच जारी है।
पीड़ित जवान अमोल को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, मगर अब तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। ट्रेनिंग सेंटर के असिस्टेंट कमांडेंट पीएन मिश्रा ने कहा था कि गर्म पानी से कोई भी घायल हो सकता है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि डीआईजी डी के त्रिपाठी जो कि संस्थान के ऑफिसर मेस में रह रहे थे, उन्होंने ही गर्म पानी लाने का आदेश दिया था। उस दौरान कांसटेबल अमोल खरात ड्यूटी पर थे।
बताया गया कि डीआईजी को थर्मस फ्लास्टिक में गर्म पानी दिया गया था, जिसे पीने से अधिकारी का मुंह जल गया। इसके बाद डीआईजी ने अमोल खरात को बुलाया और फिर दोनों के बीच कहासुनी के बाद डीआईजी ने जवान के चेहरे और उसकी वर्दी पर गर्म उड़ेल दिया। सोशल मीडिया में जवान की फोटो सामने आने के बाद मामला वायरल हो गया था।