कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव नतीजों के बीच पार्टी की जीत का श्रेय पार्टी के कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा है कि जो विजन है हमने इन राज्यों में दिया है उस पर अब हमें काम करना है। दिलचस्प रूप से राहुल ने भाजपा के मुख्यमंत्रियों का भी उनके उन प्रदेशों में जनता के लिए किये काम के लिए उनकी सराहना की। गौरतलब है कि राहुल के विपरीत भाजपा नेता ख़ास कर पीएम नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों को कोसते रहे हैं और आरोप लगते रहे हैं उन्होंने ७० साल में देश में कुछ नहीं किया।
राहुल ने शाम पौने आठ बजे के करीब प्रेस कांफ्रेंस की और कहा कि तेलंगाना और मिजोरम में पार्टी को हार मिली है और जो जीते हैं उन्हें वे बधाई देते हैं। कहा कि देश को नया विजन देने की ज़रुरत है। ”मोदी साहब ने देश से जो वादे किये थे वे पूरे नहीं किये।” नोटबंदी को राहुल ने नोटबंदी को भ्रष्टाचार बताया।
राहुल ने कहा कि मोदी देश को नया विजन देने में फेल साबित हुए हैं। उनमें एरोगेंस आ गयी . ”वे युवाओं की धड़कन समझने में फेल रहे।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी के पास पांच साल का बहुत अच्छा वक्त और अवसर था लेकिन वे डेलिवर नहीं कर पाए।
राहुल ने कहा कि विपक्ष एकजुट है और पूरी ताकत से भाजपा से लड़ाई जारी रहेगी तब तक जब तक उसे हटा नहीं लेते। बसपा को लेकर कहा कि हम एक ही विचारधारा से ताल्लुक रखते हैं।
ईवीएम को लेकर कहा कि यह यूनिवर्सल प्रॉब्लम है। जनता यदि इससे असहज महसूस करती है तो यह एक मुद्दा है। राहुल ने कहा कि इसमें चिप के जरिये गड़बड़ की सम्भावना है। ”ईवीएम एक मुद्दा है और रहेगा।” राफेल पर कहा कि मोदी चुनाव के वक्त भर्ष्टाचार को मुद्दा बनाकर आये और आज पीएम खुद भर्ष्टाचार में लिप्त हैं।
उनकी बातों से संकेत मिला है कि बसपा कांग्रेस के समर्थन में आ सकती है। राहुल ने कहा कि ”पिछले चुनाव में बसपा से बात की कोशिश हुई थी लेकिन बात बनी नहीं।” कहा कि आज हमने भाजपा को हराया है। एमपी और राजस्थान में हमारी सरकार बनते ही कर्जा माफी का काम शुरू हो जायेगा। हालाँकि राहुल ने कहा कि कर्जमाफी सोलुशन नहीं है। इसके लिए किसानों के साथ काम करना होगा।
कहा कि आज की जीत से कांग्रेस पर जिम्मेबारी आई है और हम जनता की आवाज सुन सकें इसकी पूरी कोशिश करेंगे। प्रेस कांफ्रेंस में राहुल मुस्कराते हुए पहुंचे और उनके चेहरे से जीत की खुशी साफ़ झलक रही थी।