पुलवामा और अन्य घटनाओं को नजरअंदाज करते हुए अमेरिका ने पाकिस्तान को कर मुक्त व्यापार का दर्जा देने वाले सिस्टम जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (जीएसपी) में जारी रखते हुए भारत को इससे बाहर करने का नोटिस जारी कर दिया है। कुछ दिन पहले ही अमेरिका का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे लेकर अमेरिकी कांग्रेस को अपने फैसले से अवगत कराते हुए पत्र लिखा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका ने भारत को जीएसपी से बाहर करने के लिए ६० दिन का नोटिस जारी कर दिया है। गौरतलब है कि अमेरिका की ऑफिस ऑफ द यूनाईटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रजेंटेटिव की जीएसपी की सूची में करीब १०३ देश हैं। अभी तक इसमें भारत और पाकिस्तान दोनों शामिल थे लेकिन अमेरिका ने अब पाकिस्तान को सूची में बरकरार रखते हुए भारत को बाहर करने का नोटिस थमा दिया है।
याद रहे कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि अमेरिका से जाने वाले हार्ले डेविडसन की बाइक पर इंडिया दोगुना आयात शुल्क वसूलता है। ऐसे में भारत को भी जीएसपी के तहत छूट क्यों दी जाए। इसके बाद अमेरिका ने ट्रेड वार शुरू करते हुए भारत को नोटिस भेज दिया।
यह जीएसपी खत्म होने से भारत में हस्तशिल्प, हैंडलूम, फेब्रिकेशन, ऑटो टूल्स जैसे छोटे और मध्यम उद्योगों को झटका लगेगा। इसका सीधा फायदा पाकिस्तान को होगा। पाकिस्तान भी हस्तशिल्प, हैंडलूम, फेब्रिकेशन, ऑटो टूल्स आदि का निर्यात अमेरिका को करता है। लिहाजा, पाकिस्तान के सामान शुल्क मुक्त होने से सस्ते होंगे और इसी वजह से उनका निर्यात और बढ़ जाएगा। लेकिन भारत के उद्योग छूट के अभाव में सामानों की कीमत कम नहीं कर पाएंगे। इससे बड़ी संख्या में मझौले आकार वाले उद्योगों में काम करने वाले कामगारों का रोजगार भी जा सकता है।