जापान में रविवार को आए शक्तिशाली हगिबिस तूफान से मरने वालों की संख्या ३९ हो गयी है जबकि करीब १९० लोग घायल हैं जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। १७ लोग अभी भी लापता हैं जबकि करीब पौने चार लाख घर अंधेरे में डूब गए हैं। लोगों को पीने की पानी की जबरदस्त कमी भी झेलनी पड़ रही है।
तूफान के बाद बड़े पैमाने पर राहत कार्य शुरू किया गया है और करीब २७ हज़ार वर्कर इस काम में जुटे हुए हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। करीब १७ लोग लापता हैं और उन्हें अभी तक खोजा नहीं जा सका है।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने तूफान हगिबिस से निपटने और नुकसान का जायजा लेने के लिए बड़े धिकारियों के साथ लगातार बैठकें की हैं। तूफान के बाद पौने चार लाख घर अँधेरे में डूब गए हैं जबकि करीब १५,००० घरों में पीने के साफ़ पानी की कमी हो गयी है। तूफ़ान का असर इससे समझा जा सकता है कि जापान के १२ प्रांतों में ५० जगह भूस्खलन की घटनायें हुई हैं जबकि नौ नदियों के तट टूट गये हैं। देश भर में बचाव और राहत अभियान के लिए २७ हजार आत्मरक्षा बल के कर्मियों को राहत कार्य में लगाने की जानकारी जापान के भूमि, बनियादी, परिवहन और पर्यटन मंत्रालय ने दी है।
ख़बरों के मुताबिक जापान में कई उड़ाने रद्द कर दी गयी हैं और सड़क मार्ग अवरुद्ध हैं। बाढ़ की स्थिति बनने से कुछ लोगों को जान बचाने के लिए ऊपर की मंजिलों में फंसा देखा गया है। कुछ रिपोर्ट्स में नागनो स्टेशन के पास ईस्ट जापान की रेलवे कम्पनी की बुलेट ट्रेन भी यार्ड में बाढ़ में फंसी बताई गयी है। कंपनी के अनुसार १० ट्रेनों के १२० डिब्बों को नुकसान पहुंचा है।