भारत और जर्मनी के बीच नवीन तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा, व्यापार और निवेश समेत कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में समग्र द्विपक्षीय संबंधों में बातचीत और विस्तार के लिए जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज शनिवार को भारत पहुंचे हैं। उनकी दो-दिवसीय यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आज बैठक हुई है।
बैठक में यूक्रेन युद्ध, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के उपाय जैसे बिंदुओं पर चर्चा हुई है। शीर्ष पद पर एंजेला मर्केल के 16 साल के ऐतिहासिक कार्यकाल के बाद दिसंबर, 2021 में जर्मनी का चांसलर बनने के बाद शोल्ज की यह पहली भारत यात्रा है।
मोदी-शोल्ज वार्ता में रूस-यूक्रेन युद्ध के परिणामों पर व्यापक चर्चा होने की जानकारी है। इसके अलावा इसमें व्यापार, रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और नई तकनीक के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर रहने की संभावना है। दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समग्र स्थिति पर भी गहन विचार किया।
याद रहे इंडोनेशिया के शहर बाली में भी पिछले साल 16 नवंबर को मोदी और शोल्ज के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई थी। दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक पिछले साल 2 मई को तब हुई थी, जब मोदी छठवीं भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) में हिस्सा लेने बर्लिन गये थे।