जमात के ७० खाते सील

कई जगह छापे, महबूबा ने प्रतिबन्ध को गलत बताया

जम्मू कश्मीर में कुछ रोज पहला प्रतिबंधित किये गए अलगाववादी संगठन जमात-ए-इस्लामी के ७० खातों को केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर शनिवार को सील कर दिया गया है। जमात के कुछ दफ्तरों पर छापेमारी हुई है जिसके बाद करीब ५२ करोड़  रूपये की भारतीय करंसी जब्त कर ली गयी है। उधर पूर्व सीएम और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने सरकार के जमात पर प्रतिबन्ध की आलोचना करते हुए कहा है कि जमात एक विचार है और ऐसी कार्रवाइयों से मसले का हल नहीं निकलेगा।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसी गुरुवार एक अधिसूचना जारी कर जमात-ए-इस्लामी पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। अधिसूचना में कहा गया था कि जमात-ए-इस्लामी आंतरिक सुरक्षा और व्यवस्था के लिए खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों में शामिल रही है। उल्‍लेखनीय है कि कश्‍मीर घाटी में जमात के ४०० मदरसे, ३५० मस्जिदें और करीब १००० पाठशालाएं हैं।
शुक्रवार को जमात के कई ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी जिसमें कई नेताओं को हिरासत में लिया गया था। जमात और उसके नेताओं के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। बताया जाता है कि इसके तहत २२५ से ज्‍यादा सदस्‍यों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। जमात के खिलाफ कार्रवाई में जुटे अधिकारियों का कहना है कि इसके पास ४,५००  करोड़ रुपये की संपत्ति होने का अनुमान है। हालांकि यह वैध है या अवैध, इस बारे में जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
इस बीच पूर्व सीएम और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने सरकार के जमात पर प्रतिबन्ध की आलोचना करते हुए कहा है कि जमात एक विचार है और ऐसी कार्रवाइयों से मसले का हल नहीं निकलेगा।