कांग्रेस के अध्यक्ष रहे राहुल गांधी की एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा सदस्यता ख़त्म करने के लोकसभा स्पीकर के फैसले के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि राहुल गांधी जनता के मुद्दों पर बोलने की कीमत चुका रहे हैं। पार्टी ने कहा कि यह (मोदी) सरकार डरी हुई है क्योंकि राहुल गांधी तथ्यों और आंकड़ों के साथ बात करते हैं लिहाजा उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा – ‘हम सभी जानते हैं कि राहुल गांधी संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह निडर होकर बोलते रहे हैं। उन्होंने सामाजिक मुद्दों, आर्थिक मुद्दों, राजनीतिक मुद्दों पर बिना किसी डर के बात की है और स्पष्ट रूप से वह इसके लिए कीमत चुका रहे हैं।’
सिंघवी ने कहा कि यह सरकार परेशान है क्योंकि राहुल गांधी तथ्यों और आंकड़ों के साथ बात करते हैं। उन्होंने कहा – ‘यह सरकार उनकी (राहुल गांधी) की आवाज दबाने के नए नए तरीके ढूंढ़ रही है।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सजा पर ‘स्टे’ मिलने का भरोसा है और इस तरह सदस्यता का निलंबन रद्द कर दिया जाएगा। सिंघवी ने शिकायतकर्ता को अपने ही मामले में हाई कोर्ट से ‘स्टे’ जारी कराने के लिए निशाना बनाया और इस साल फरवरी में इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए जागे और यहां तक कि मजिस्ट्रेट भी बदल दिया गया।
कांग्रेस ने कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ ही इसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिए विपक्षी दलों को साथ लाने और जनता के बीच जाने का फैसला किया है। सिंघवी ने कहा – ‘हम सभी जानते हैं कि राहुल गांधी संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह निडर होकर बोलते रहे हैं। जाहिर है, वह इसकी कीमत चुका रहे हैं। सरकार बौखला गई है। यह सरकार उनकी आवाज दबाने के लिए नई तकनीक खोज रही है।’
प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद पार्टी प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद भाजपा डरी हुई है। राहुल को दोषी ठहराए जाने और उनकी सदस्यता खारिज किये जाने को लेकर रमेश ने आरोप लगाया कि मामला कर्नाटक में हुआ था और कानून के अनुसार, मजिस्ट्रेट को जांच करनी थी कि क्या मामला उनके अधिकार क्षेत्र में आता है, लेकिन ऐसी किसी भी जांच के तहत ऐसा कोई निर्णय नहीं किया गया।
याद रहे गुरूवार को ही आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद आज राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता निलंबित कर दी गई। कर्णाटक के कोलार में उन्होंने एक बयान में सभी मोदी ही क्यों चोर निकलते हैं’ की टिप्पणी की थी। सूरत कोर्ट ने उन्हें कल ही दोषी ठहराया था और दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। अब उनकी संसदीय सदस्यता निलंबित कर दी गई है।
इस बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भी राहुल गांधी को अपना समर्थन दिया है। टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा – ‘आज हमने अपने संवैधानिक लोकतंत्र के लिए एक नया निम्न स्तर देखा है। पीएम मोदी के न्यू इंडिया में, विपक्षी नेता बीजेपी के मुख्य लक्ष्य बन गए हैं जबकि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले भाजपा नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है। विपक्षी नेताओं को उनके भाषणों के लिए अयोग्य ठहराया जाता है।’