जनरल बिपिन रावत बुधवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बन गए। उन्होंने नए साल पर अपना पदभार संभाल लिया। पद सँभालने के बाद जनरल रावत सबसे पहले दिल्ली स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
वॉर मेमोरियल में सेना प्रमुख मनोज नरवणे, एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार भदौरिया और नेवी चीफ करमबीर सिंह, जनरल रावत के स्वागत के लिए मौजूद रहे। सेना के वरिष्ठ अफसरों ने देश के पहले सीडीएस को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उधर पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर रावत को पद सँभालने की बधाई दी।
बाद में पत्रकारों से बातचीत में जनरल रावत ने कहा की सीडीएस के तौर पर उनके पास एक बेहद अहम काम है। ”तीनों सेनाओं को साथ मिलाकर काम करने का अहम् काम है। हम एक ऐसी टीम की तरह काम करेंगे, जो एक जमा एक जमा एक तीन नहीं बल्कि बल्कि ५ और ७ होंगे।”
पत्रकारों ने उनसे उनके ”राजनीतिक झुकाव” पर सवाल किया तो रावत ने कहा – ”हम सत्ता में मौजूद सरकार के निर्देशों पर काम करते हैं, लेकिन राजनीति से जितना हो सके उतनी दूरी बनाकर रखते हैं।” गौरतलब है कि जनरल रावत ने पिछले दिनों छात्र आंदोलन और नेतृत्व को लेकर बयान दिया था जिसपर विवाद होगया था और विपक्ष के नेताओं ने रावत पर राजनीतिक बयानबाजी करने का आरोप लगाया था।