यूक्रेन के चार राज्यों में हाल में करवाए जनमत संग्रह के बाद अब रूस ने उसके इन राज्यों को अपने साथ मिलाने की घोषणा की है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि जनमत संग्रह में इन चारों राज्यों के लोगों ने रूस में मिलने के हक़ में मतदान किया है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस के इस कदम के बाद उसे तुरंत नाटो की सदस्यता देने की फ़रियाद की है।
रूस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के चार राज्यों लुहांस्क, दोनेत्स्क, खेरसान और जापोरिझिझिया को अपने साथ मिलाने की घोषणा की जिसके बाद चिंतित यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इसकी निंदा की। उसके दोस्त पश्चिमी देशों ने भी रूस की निंदा की है। हालांकि, रूस का यूक्रेन के इन चार राज्यों पर अब रूस का औपचारिक कब्जा हो गया है।
उधर रूस ने यूक्रेन की सीमा को जनमत संग्रह के बाद तोड़ दिया है। पुतिन ने अपने साथ मिलाये चार राज्यों को ‘चार नए क्षेत्र’ के नाम से संबोधित किया और यूक्रेनी सीमा को तोड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि रूस की संसद क्रेमलिन ने जनमत संग्रह के बाद शुक्रवार को यूक्रेन के चार रूस-नियंत्रित क्षेत्रों को रूस में जोड़ने की घोषणा की है।
राष्ट्रपति पुतिन के एक प्रवक्ता के मुताबिक शनिवार को ग्रांड क्रेमलिन पैलेस के जॉर्जियन हॉल में एक हस्ताक्षर आयोजन होगा। इसमें रूस में नए क्षेत्रों को मिलाया जाएगा। उन्होंने साथ ही यह भी बताया कि रूसी नेता इस मौके पर एक अहम भाषण देंगे। रूसी अधिकारियों ने बताया था जनमत संग्रह में इन चारों इलाकों के निवासियों ने रूस का समर्थन किया है।
उधर यूक्रेन अब फास्ट ट्रैक नाटो सदस्यता के लिए अनुरोध करने जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में जेलेंस्की ने कहा – ‘हम पहले ही गठबंधन मानकों के साथ अपने जुड़ाव को साबित कर चुके हैं। हम नाटो में त्वरित तौर पर स्थान बनाने के लिए यूक्रेन के आवेदन पर दस्तखत करके एक निर्णायक कदम उठा रहे हैं।’