जनता के जबरदस्त विरोध के बाद विदेश भागे श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोतबाय राजपक्षे पिछली देर रात स्वदेश लौट आये। देश में भयंकर आर्थिक संकट के बाद उनके स्थिति संभालने में नाकाम रहने के बाद जनता का गुस्सा भड़क उठा था और उन्होंने उनके महल पर कब्ज़ा कर लिया था और उन्हें देश से भागने और इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
अब करीब दो महीने बाद गोटबाया राजपक्षे शुक्रवार देर रात विमान से थाईलैंड से स्वदेश लौट आये हैं। राजपक्षे जबरदस्त सुरक्षा इंतजाम के बीच कोलंबो के भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे। उनकी अगवानी के लिए कई मंत्री और सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) के सांसद हवाई अड्डे पर उपस्थित थे।
राजपक्षे के सत्ता से हटने के बाद श्रीलंका संसद ने तत्कालीन कार्यवाहक राष्ट्रपति और छह बार प्रधानमंत्री रह चुके रानिल विक्रमसिंघे को उनके उत्तराधिकारी के रूप में चुना था। विक्रमसिंघे को 225 सदस्यीय संसद में सबसे बड़े दल श्रीलंका पोदुजना पेरामुना (एसएलपीपी) का समर्थन हासिल है।
श्रीलंका में जब गंभीर आर्थिक संकट के कारण आम आदमी को खाने के भी लाले पड़ने लगे तो उनके इस्तीफे की मांग को लेकर जनता के विरोध-प्रदर्शनों ने 9 जुलाई को हिंसक रूप ले लिया। राजपक्षे 13 जुलाई को देश छोड़कर भाग गए। प्रदर्शनकारियों ने कोलंबो में राष्ट्रपति आवास सहित कई अन्य सरकारी इमारतों पर धावा बोल उनपर कब्ज़ा कर लिया था।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि गोटबाया सिंगापुर एयरलाइंस की उड़ान से लौटे। पहले वह थाईलैंड से सिंगापुर गये क्योंकि थाईलैंड के बैंकॉक और श्रीलंका के कोलंबो के बीच सीधी उड़ान नहीं हैं। खबर है कि राजपक्षे विजेरामा मवाथा के समीप एक सरकारी बंगले में रहेंगे और वहां जबरदस्त सुरक्षा इंतजाम होंगे।