दिल्ली के जंतर-मंतर में ‘भारत जोड़ो आंदोलन’ के दौरान सोमवार को मुस्लिम विरोधी नारे लगाए गए और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट के वकील और भाजपा से जुड़े अश्विनी उपाध्याय द्वारा यह मार्च पुरातन समय से चले आ रहे कानूनों को हटाने की मांग को लेकर आयोजित किया गया था।
जंतर-मंतर पर आयोजित इस प्रदर्शन में कुछ असामाजिक तत्व भी शामिल थे, जिन्होंने सांप्रदायिक नारे लए। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में मुस्लिमों को ‘राम-राम’ कहने को लेकर धमकी दी जा रही हैं। जिसमें कहा गया है ‘हिंदुस्तान में रहना होगा, जय श्रीराम कहना होगा’। पुलिस का कहना है कि इस तरह के मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी गई थी, यानी यह बिना इजाज़त निकाला गया।
संसद में इस मामले को एआईएमआईएम के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उठाया। उन्होंने लोकसभा मे कहा कि मुस्लिमों के खिलाफ ‘नरसंहार’ के नारे लगाए गए और इसमें भाग लेने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। हैदराबाद से सांसद ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे नारे जंतर मंतर पर लगाए गए जो प्रधानमंत्री निवास से महज 20 मिनट की दूरी पर है। संसद से भी महज चंद कदमों का फासला है।
बवाल मचने के बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और वीडियो में दिखाए गए लोगों को पहचानने की कोशिश की जा रही है। ये प्रदर्शन पुरातन समय से चले आ रहे कानूनों को हटाकर एक समान कानून बनाने की मांग को लेकर आयोजित किया गया था।