पिछले साल बनाए गए तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग पर दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे किसानों के आंदोलन को करीब 8 महीने से अधिक समय हो गया है। और सरकार के साथ अभी तक कि किसानों की तमाम बैठकों की बातचीत विफल रही है।
संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो गया है। यह 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त तक चलेगा। काफी समय से तमाम विपक्षी पार्टियां बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर महंगाई को कम करने की लगातार मांग भी कर रही है।
वहीं सरकार को संसद के अंदर कांग्रेस व दूसरी विपक्षी पार्टियों के विरोध और गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि, जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती वह मानसून सत्र को सामान्य रूप से चलने नहीं देंगे।
जहां संसद के भीतर सरकार विपक्षी दलों के घेरे में है वहीं दूसरी तरफ संसद के बाहर सरकार के सामने एक और समस्या खड़ी हो गर्इ है। मंगलवार को किसान संगठनों ने दिल्ली पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर कहा कि, वे संसद न जाकर, शांतिपूर्ण तरीके से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे।
दिल्ली की सीमाओं के पास प्रदर्शन कर रहे किसानों संगठन 22 जुलाई से 200 के करीब प्रदर्शनकारी प्रतिदिन जंतर-मंतर जाएंगे और संसद आयोजित करेंगे। इसका समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक का रहेगा।