मध्य प्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस की आज ही शपथ लेने वाली सरकार ने किसानों का क़र्ज़ माफ़ करने का ऐलान कर दिया है। भूपेश भगेल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही कैबिनेट की बैठक बुलाई और इसमें क़र्ज़ माफी का फैसला कर लिया। छत्तीसगढ़ में इस फैसले से १६ लाख किसानों को मिलेगा लाभ।
मुख्यमंत्री बघेल ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा कि किसानों की कर्ज माफी पर कैबिनेट की मुहर लग गयी है। इसके अलावा किसानों के समर्थन मूल्य पर भी केबिनेट ने मुहर लगा दी है। बघेल ने कहा कि जिन किसानों ने निजी बैंकों से कर्ज लिए हैं, उनकी जांच की जाएगी औऱ उसके बाद कर्ज माफ किया जाएगा।
एक और फैसले में सरकार ने झीरम घाटी कांड को लेकर एसआईटी गठित करने का ऐलान किया है। इस घटना में नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस की पूरी लीडरशिप की हत्या कर दी थी। भगेल ने कहा कि नक्सलवाद एक सामजिक आर्थिक समस्या है और लोगों को भरोसे में लेकर ही इसका निराकरण किया जाएगा।
उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि सरकार बदले की भावना से काम नहीं करेगी लेकिन उनकी सरकार की भ्रष्टाचार पर ”जीरो टॉलरेंस” की नीति होगी। भगेल ने कहा कि वे सूबे की छत्तीसगढ़ी (भाषा) में शपथ लेना चाहते लेकिन इसके आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं होने के कारण वे ऐसा नहीं कर सके।