प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ और बंगाल में दो जनसभाओं को सम्वोधित किया और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर जमकर बरसे। बंगाल में उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी खूब हमला किया। मोदी ने कहा कि देश को दुनिया के सामने एक मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में सफल रहे हैं।
सुबह छत्तीसगढ़ में मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने श्रमिक परिवारों के लिए, जो दुसरे घरों में कार्य करते हैं, सड़कों या घरों के निर्माण कार्य में जुटे हैं, मिट्टी या मजदूरी का कार्य करते हैं, रिक्शा चलाते हैं, ऐसे करोड़ों लोगों के लिए देश के इतिहास में पहली मर्तबा, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन नाम की एक योजना आरम्भ की है। ”हमारी सरकार गरीबों की सरकार है। हमारी सरकार उनके दर्द को समझने वाली सरकार है। गत साढ़े चार वर्षों में गरीबों के कल्याण के लिए हमने कई कार्य किए हैं। इसी कारण देश में गरीबी कम हो रही है।”
पीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार अभी से अपने भ्रष्टाचार को छिपाने में लगी हुई है। ”दिल्ली से कांग्रेस को यही संस्कार प्राप्त हुए हैं। उन्हें अब छत्तीसगढ़ को अपना नया एटीएम बनाना है, यहां से बक्से भर-भर के पैसे दिल्ली पहुँचाने हैं।” मोदी ने कहा है कि कांग्रेस ने ५५ सालों में गरीब को बर्बाद कर दिया है, देश को गुमराह किया है। ”हमने गरीबों में नया विश्वास पैदा किया है, नई उम्मीद जगाई है।”
शाम को बंगाल के जलपाईगुड़ी में अपने भाषण में पीएम ने कांग्रेस, तृणमूल समेत सभी वामदलों को निशाने पर लिया। पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा – ”आज पश्चिम बंगाल में एक ऐसी मुख्यमंत्री हैं जो गरीबों की मेहनत से जुटाई पाई-पाई को लूटने वालों के साथ खड़ी हैं।”
ट्रिपल तलाक को लेकर कांग्रेस के बयान के बाद मोदी ने उस पलटवार करते हुए कहा – ”महिला अधिकारों पर झूठ बोलने वाली कांग्रेस ने अपनी असली सच्चाई भी देश के सामने रख दी है। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस किस हद तक जा सकती है। यह उसने कल फिर बता दिया है। कांग्रेस ने अब खुलकर कह दिया है कि वह तीन तलाक पर बन रहे कानून का विरोध करती है।”
प्रधानमंत्री ने सीएम ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा – ”आज स्थिति है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री तो दीदी हैं लेकिन दादागिरी किसी और की चल रही है। शासन टीएमसी के जगाई और मधाई चला रहे हैं। टीएमसी की सरकार की तमाम योजनाओं के नाम पर बिचौलियों के अधिकार हैं, दलालों के अधिकार हैं। दीदी दिल्ली जाने के लिए परेशान है, बंगाल के गरीबों और मध्यमवर्ग को सिंडिकेट के गठबंधन से लूटने के लिए छोड़ दिया है।”