छत्तीसगढ़ के चर्चित नान घोटाला और फोन टैपिंग मामले में राज्य की कांग्रेस सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस के दो बड़े अधिकारीयों को निलंबित कर दिया है।
यह निलंबन उन के विरुद्ध अपराधिक मामला दर्ज किए जाने के बाद किया गया है। नान घोटाले की जाँच के लिए बने विशेष जांच दल (एसआइटी) ने दोनों के खिलाफ गुरुवार को शाम मामला दर्ज किया था। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक इन अधिकारियों में डीजी मुकेश गुप्ता और एसपी रजनेश सिंह शामिल हैं।
रजनेश नारायणपुर के एसपी हैं जबकि मुकेश गुप्ता ईओडब्लू के डीजी थे और कांग्रेस सरकार ने आते ही उन्हें पुलिस मुख्यालय भेजा गया। हालांकि, उन्हें कोई विभाग नहीं दिया गया था। उधर धमतरी के एसपी रहे रजनेश सिंह को सरकार ने हाल ही में नारायणपुर ट्रांसफर किया था। निलंबन अवधि तक दोनों अधिकारियों को पुलिस मुख्यालय में अपनी उपस्थिति देनी होगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को अचानक दिल्ली पहुंचे थे उस वक्त ही लगा था कि कुछ बड़ा होने वाला है। कहा गया है कि शुक्रवार शाम ही दोनों अधिकारियों के निलंबन आदेश जारी हो गया था।
दोनों के निलंबन आदेश में लिखा गया है कि उपरोक्त कृत्य अखिल भारतीय सेवा आचरण नियम १९६८ के नियम-३ का उल्लंघन है, इसलिए इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाना प्रक्रियाधीन है। इसलिए, दोनों आईपीएस अफसरों का निलंबित किया जाता है। इसके बाद से ही पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।