छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए तमाम उम्मीदवारों का भाग्य आज दूसरे चरण के मतदान के साथ ही ईवीएम में बंद हो गया। दूसरे चरण में मंगलवार को ७२ सीटों के लिए करीब ७२ फीसद वोट पड़े। इस चरण में कुल १०७९ प्रत्याशी मैदान में थे। नतीजे ११ दिसंबर को सामने आएंगे।
आज ७२ सीटों के लिए मतदान हुआ जो शांतिपूर्ण रहा। किसी अप्रिय घटना की कोइ खबर नहीं है। छत्तीसगढ़ में मतदान का समय ख़त्म होने के बाद भी कई जगह मतदान केंद्रों पर कतारें लगी थीं जिससे मतदान का प्रतिशत कुछ अधिक भी हो सकता है। चुनाव अधिकारियों के मुताबिक राज्य में मतदान के लिए उत्साह दिखा और सुबह से ही मतदान केद्रों के सामने मतदाताओं की लंबी कतार देखी गईं।
छत्तीसगढ़ में पहले चरण में राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिले और राजनांदगांव जिले की १८ सीटों के लिए इस महीने की १२ तारीख को मतदान हुआ था। इस दौरान इस क्षेत्र के ७६ फीसदी से अधिक मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया था।
इस बीच कुछ जगह ईवीएम मशीनों में गड़बड़ की शिकायत वोटर्स की तरफ से की गयी। विपक्षी कांग्रेस ने भी ईवीएम की गड़बड़ियों को लेकर चुनाव आयोग को शिकायत भेजी है। भाजपा चौथी बार रमन सरकार बनने का दावा कर रही हैं जबकि कांग्रेस वापसी की उम्मीद कर रही है। मायावती-जोगी का तीसरा मोर्चा भी मैदान में है।
सुबह से ही मतदान केद्रों के सामने मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई और पहली बार के युवाओं ने भी मतदान में उत्साह के साथ हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों, भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय, राजनांदगांव लोकसभा के सांसद अभिषेक सिंह, विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार टीएस सिंहदेव और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने अपने-अपने क्षेत्रों में वोट डाला।
मरवाही विधानसभा हलके के मतदान केंद्र सेमरा में पीठासीन अधिकारी सुरेंद्र कुमार मंडावी और धनौली मतदान केंद्र के कर्मचारी कमल किशोर तिवारी को जिला निर्वाचन अधिकारी पी दयानन्द ने निर्वाचन अभिकर्ता की शिकायत के बाद निर्वाचन कार्य से हटा दिया। निर्वाचन अभिकर्ता ने पक्षपात की शिकायत की थी।