छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज पार्टी नेता राहुल गांधी से मिले हैं। पिछले दो दिन में उनकी राहुल गांधी से दूसरी मुलाकात के बाद चर्चा है कि सीएम के रूप में बेहतर कामकाज और अच्छी छवि के बावजूद चुनाव के बाद हुए फैसले के मुताबिक अब बघेल की जगह टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, हालांकि, बघेल ने कहा है कि ‘सरकार के सभी विधायक एकजुट हैं’। उधर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने राज्य कांग्रेस में चल रहे नए घटनाक्रम को लेकर आज अध्यक्ष सोनिया गांधी को रिपोर्ट दी है।
पहले बात छत्तीसगढ़ की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दोपहर पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। ऐसा माना जाता है कि जब 2018 के आखिर में कांग्रेस राज्य सत्ता में आई थी तो भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव को आधे-आधे काल के लिए मुख्यमंत्री बनाने की बात हुई थी क्योंकि देव भी सीएम पद के मजबूत दावेदार थे। हालांकि, पिछले करीब ढाई साल में बघेल ने बेहतर काम से अपनी छवि इतनी अच्छी बना ली कि उनके समर्थक विधायक मानते हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बने रहना देना चाहिए।
हालांकि, चुनाव वाद हुए फैसले को लेकर देव मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा जाता रहे हैं। उनके साथ कुछ विधायक भी हैं। अब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली में डटे हुए हैं। बघेल भी दिल्ली में हैं। सोनिया गांधी से तो उनकी मुलाकात नहीं हुई है लेकिन सभी विधायकों को पार्टी के ताकतवर महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने को कहा गया है। बघेल की आज जब राहुल गांधी की मुलाकात हुई तो महासचिव प्रियंका गांधी भी वहां उपस्थित थीं।
वेणुगोपाल विधायकों की बात सुनेंगे और संभवता यह तय होगा कि पार्टी के ही बीच सत्ता हस्तांतरण कैसे होगा। बघेल खेमा अभी भी अपने नेता को ही मुख्यमंत्री पर जोर दे रहा है। बघेल खेमा अपने साथ 50 से ज्यादा विधायक होने का दावा कर रहा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया भी सक्रिय हैं। कहा जाता है कि उनकी उपस्थिति में 50 से ज्यादा विधायकों ने हस्ताक्षर करके बघेल को सीएम बनाए रखने की मांग वाला एक पत्र तैयार किया है।
दिल्ली में चर्चा है कि बेहतर काम के बावजूद बघेल की जगह पार्टी टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री बना दे। हालाँकि, बघेल पद नहीं छोड़ना चाहते हैं। अभी बैठकों का दौर चल रहा है और जल्दी ही कोई फैसला सामने आने की संभावना है।
उधर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने आज दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। उन्होंने पंजाब में पार्टी में चल रहे घटनाक्रम पर गांधी को रिपोर्ट दी। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह में तनातनी जारी है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की इस लड़ाई को लेकर आलाकमान चिंता में है। प्रभारी हरीश रावत आलाकमान के निर्देश के बाद दोनों गुटों में शान्ति बनाने की जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं। उनकी सिद्धू और कैप्टेन से बैठक हुई है।
अब आज हरीश रावत अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में मिले हैं। पंजाब के घटनाक्रम पर राज्य के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने सोनिया गांधी को जानकारी