भारत के लोक सभा चुनाव से पहले अमेरिका के ख़ुफ़िया विभाग की एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें आशंका जताई गयी है कि सत्तारुढ़ नरेंद्र मोदी की पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) यदि चुनाव के लिए ”हिन्दू राष्ट्रवाद” का कार्ड खेलती है तो देश में साम्प्रदायिक हिंसा हो सकती है। इस रिपोर्ट, जिसे अमेरिका की सीनेट में रखा गया है, में यह भी आशंका जताई गयी है कि चुनाव से पहले भारत और पाकिस्तान के संबंध भी तनावपूर्ण हो सकते हैं।
सीनेट को सौंपी गई यह रिपोर्ट उस मूल्यांकन का हिस्सा है जिसमें अमेरिका की खुफिया एजेंसियां दुनियाभर में पैदा होने वाले खतरों का अग्रिम मूल्यांकन करती हैं। रिपोर्ट अमेरिकी सीनेट की सेलेक्ट कमेटी के सामने पेश की गयी है और इसे डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस (डीएनआई) डैन कोट्स ने तैयार किया है।
रिपोर्ट में अमेरिका के खुफिया प्रमुख का कहना है कि अगर भाजपा चुनाव से पहले हिंदू राष्ट्रवाद के मुद्दे पर जोर देती है तो भारत में सांप्रदायिक हिंसा होने की आशंका है। डान कोट्स ने संसद में कहा – ”भारत में संसदीय चुनाव से पहले यदि पीएम नरेंद्र मोदी की पार्टी बीजेपी हिंदू-राष्ट्रवाद पर अधिक जोर डालती है तो भारत में साम्प्रदायिक हिंसा भड़कने की मजबूत संभावना है। मोदी के कार्यकाल में बीजेपी की नीतियों के चलते कई बीजेपी शासित राज्यों में साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया है।”
अमेरिकी एजेंसी की की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यों के नेता पार्टी के हिंदू राष्ट्रवादी अभियान को छिटपुट हिंसा भड़काने के सिग्नल के तौर पर देख सकते हैं ताकि इससे समर्थक जुड़े रहें। चुनाव से पहले इस प्रकार की हिंसा भारत में इस्लामिस्ट टेररिस्ट संगठनों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है।
इस रिपोर्ट में दावा किया है कि चुनाव से पहले भारत और पाकिस्तान के संबंध भी तनावपूर्ण हो सकते हैं। फिलहाल अभी तक भाजपा की तरफ से अमेरिका के ख़ुफ़िया प्रमुख की इस रिपोर्ट पर कोइ टिप्पणी नहीं आई है।