एक तरह से पाकिस्तान का समर्थन करते हुए चीन ने कश्मीर में जी20 बैठक करवाने के भारत के फैसले का विरोध किया है। चीन के अलावा तुर्की और सऊदी अरब ने श्रीनगर के इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण नहीं कराया है जिससे उनके हिस्सा लेने की भी संभावना नहीं है।
जी20 की यह बैठक अगले हफ्ते जम्मू कश्मीर में होगी। यह जी-20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक है और चीन ने कहा है कि वह इसमें शामिल नहीं होगा। चीन ने कहा ‘वह इस तरह की बैठक का विवादित क्षेत्र में आयोजन का दृढ़ता से विरोध करता है।’ तुर्की ने बैठक से दूर रहने का फैसला किया है और सऊदी अरब ने अब तक इस आयोजन के लिए पंजीकरण नहीं कराया है।
इस बैठक में जी20 देशों के करीब 60 प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की संभावना है। वैश्विक मंच पर चीन, पाकिस्तान का करीबी सहयोगी है, ये बात किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में चीन का ये बयान हैरान करने वाला नहीं है। भारत इस बैठक को लेकर काफी उत्साहित है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा – ‘चीन विवादित क्षेत्र में किसी भी तरह की जी-20 बैठक आयोजित करने का दृढ़ता से विरोध करता है। हम ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होंगे। भारत पहले भी जम्मू-कश्मीर पर चीन और पाकिस्तान के बयानों को खारिज कर चुका है। वैसे भी भारत और चीन के बीच तीन साल से पूर्वी लद्दाख में गतिरोध है।