अब यह खबर सामने आई है कि गलवान के खूनी संघर्ष के दौरान चीन ने भारत के कुछ अफसरों सहित १० जवानों को बंधक बना लिया था। इन्हें लंबी बातचीत के बाद गुरुवार शाम छोड़ा गया था। सरकार या सेना ने अभी तक इन रिपोर्ट्स की पुष्टि नहीं की है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि चीन सेना ने एक लेफ्टिनेंट कर्नल और दो मेजर सहित १० भारतीय जवानों को बंधक बना लिया था। अभी तक यह ही खबर सरकारी स्तर पर दिए गयी है कि एक अफसर सहित २० भारतीय जवान इस खूनी भिड़ंत में शहीद हुए हैं जबकि कुछ घायल हैं जिनकी हालत अब बेहतर है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन दिन चली बातचीत के बाद इन भारतीय जवानों को चीन ने रिहा किया। सेना या सरकार की तरफ से अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। भारत ने अलवत्ता, एक दिन पहले इन ख़बरों को गलत बताया था कि भारत के कुछ सैनिक लापता हैं। सेना के ब्यान में कहा गया था – ”यह स्पष्ट किया जाता है कि कार्रवाई में कोई भारतीय सैनिक लापता नहीं हैं”।
हालांकि, मीडिया में यह ख़बरें आई थीं कि गलवान घाटी में खूनी भिड़ंत के दौरान चीनी सेना ने भारत के कुछ सैनिकों बंदी बनाये हैं। यह भी हैरानी की बात है कि चीन ने अभी तक अपनी तरफ मरने वाले सैनिकों की संख्या नहीं बताई है न ही भारत ने इसे लेकर कोइ दावा किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में मरने वाले चीनी सैनिकों की संख्या
४० से ४५ के बीच बताई गयी थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने भी एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि सोमवार को हुई झड़प के बाद से कोई भारतीय सैनिक लापता नहीं हुआ है। उधर इस भिड़ंत में ५८ जवानों को मामूली चोटें आई थीं और सभी खतरे से बाहर हैं। इनमें से ज्यादातर जल्दी हई ड्यूटी ज्वाइन कर लेंगे।