चीन और रूस में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने से इन दोनों देशों ने कई तरह की पाबंदिया लगा दी है। सैकड़ो ऊड़ानों को रद्द करने के साथ-साथ स्कूलों को भी बंद कर दिया है। जिसके चलते भारत में स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।
भारत में भी कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा फिर से बढ़ने लगा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर दिल्ली के डाक्टरों ने चिंता व्यक्त करते हुये कहा है कि, चीन से 2020 में कोरोना फैला था। कहीं फिर से कोरोना का कहर ना बढ़ जाये। इसलिये सावधान रहने की जरूरत है।
इंडियन हार्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष डाँ आर एन कालरा का कहना है कि, कोरोना भारत में कम जरूर हुआ है। लेकिन अभी पूरी तरह से गया नहीं है। इसलिये विशेष सावधानी बरतनी चाहिये। क्योंकि जरा-सी लापरवाही घातक साबित हो सकती है। डाँ कालरा ने आगे कहा कि, चीन में नये वैरिएंट के चलते चीन ने सावधानी बरततें हुये देश –विदेश में आने–जाने की पाबंदी लगा दी है।
मैक्स अस्पताल के हार्ट रोग विशेषज्ञ डाँ विवेका कुमार का कहना है कि, कोरोना से बचाव के तौर पर हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिये। और मास्क को लगाकर ही घर से निकलना चाहिये। कोरोना के लक्षण पाये जाने पर हमें तुरंत डाक्टरों से परामर्श कर उपचार करवाना चाहिये। ताकि कोरोना को समय रहते रोका जा सकें।
दिल्ली सरकार ने भी कोरोना को लेकर फिर से सावधानी के साथ –साथ डाक्टरों से अपील की है कि फिर से कोरोना जैसी बीमारी आने पर रोगियों के इलाज के लिये तैयार रहें।