भारत और चीन के बीच लद्दाख के पास बॉर्डर पर चल रहे तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने मंगलवार को कहा कि ”बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण हैं और चीनी सेना भारत के बॉर्डर की ओर बढ़ गई है”।
दोनों देशों के बीच पिछले एक महीने से तनाव जारी है। दोनों में बातचीत भी हो रही है ताकि बातचीत से तनाव को ख़त्म किया जा सके। वैसे इसका अभी कोइ हल नहीं निकला है। इस तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने स्वीकार किया है कि सीमा पर हालात तनावपूर्ण हैं। एक इंटरव्यू में पोम्पियो ने भारत-चीन को लेकर कहा कि पिछले कुछ दिनों में चीनी सेना भारत के उत्तरी हिस्से की ओर बढ़ी है, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारतीय बॉर्डर के पास चीनी सेना को देखा जा सकता है।
पोम्पियो ने इस इंटरव्यू में कहा कि ”चीन लगातार ऐसा कर रहा है, फिर चाहे किसी भी क्षेत्र में हो। उसने कोरोना वायरस की सच्चाई दुनिया से छिपाई, अब भारत के साथ बॉर्डर पर तनावपूर्ण हालात हैं और इससे पहले दक्षिणी चीन सागर में स्थिति बेहतर नहीं थी। अमेरिका चीन के हर कदम पर नज़र रखे है। चीन सिर्फ कुछ महीनों नहीं बल्कि कई सालों से ऐसा ही करता आया है”।
यह दिलचस्प है कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-चीन के बीच तनाव सुलझाने के लिए मध्यस्ता का प्रस्ताव रखा था, हालांकि, इसे भारत और उसके बाद चीन ने भी ठुकरा दिया था।
इस बीच चीन ने सोमवार को कहा कि भारत से लगती सीमा पर स्थिति कुल मिलाकर स्थिर और नियंत्रण योग्य है। वार्ता और चर्चा के जरिए मुद्दों के समाधान के लिए दोनों देशों के पास बे-रोक-टोक एक-दूसरे के साथ संपर्क की व्यवस्था है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध की पृष्ठभूमि में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान की यह टिप्पणी आई। झाओ ने यह बात भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की टिप्पणी से संबंधित एक सवाल के जवाब में कही।