आखिर कांग्रेस संगठन के तौर पर पूरी तरह चुनाव मोड में आ गयी है। अध्यक्ष राहुल गांधी की सक्रियता देश के मुद्दों को लेकर बहुत तेजी से बड़ी है और मोदी सरकार के खिलाफ उनके तेबर बहुत तीखे हो गए हैं। राफेल से लेकर माल्या के मुद्दों पर वे लगातार न केवल ब्यान जारी करके बल्कि खुद मीडिया के सामने आकर पीएम मोड को टारगेट कर रहे हैं। अब पार्टी ने चुनाव के लिए विभिन्न समितियों का भी ऐलान कर दिया है।
कांग्रेस के मुताबिक पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को चुनाव घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष जबकि राजीव गौड़ा को संयोजक नियुक्त किया गया है। पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी को कॉर्डिनेशन कमेटी का अध्यक्ष और पूर्व केविनेट मंत्री जयराम रमेश को संयोजक नियुक्त किया है। पूर्व केन्दिर्य मंत्री आनंद शर्मा को प्रचार समिति का अध्यक्ष और पवन खेड़ा को संयोजक नियुक्त किया गया है।
पार्टी ने इससे पहले तेलंगाना के लिए भी कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया था। भक्त चरण दास को स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी को कमेटी का सदस्य बनाया गया है। एएआईसीसी के सचिव पदों में भी बदलाव किया गया है। अरुणांचल प्रदेश के सचिव की जिम्मेदारी जेनिथ संगमा को दी गई है तो चार्ल्स पेगंरोप को मणिपुर का सचिव बनाया गया है। बेक्टर केशिंग को मेघालय का सचिव बनाया गया है।
उधर अमपारीन लिंगदोह को मिजोरम और प्रद्युद बरदोलोई को नगालैंड की जिम्मेदारी दी गई है। सुधीर शर्मा को जम्मू और कश्मीर का प्रभारी सचिव बनाया गया है तो सिरिवेल्ला प्रसाद को तमिलनाडु की जिम्मेदारी दी गई है। नाना पटोले को किसान खेत मजदूर कांग्रेस का चेयरमैन बनाया गया है।
ऐसे में कहा जा सकता है कि पिछले लोक सभा चुनाव में महज ४४ सीटरों पर सिमट जाने वाली कांग्रेस २०१९ के चुनाव के लिए अपनी ताकत संजोने में जुट गयी है। हाल के सर्वे में बताया गया है कांग्रेस राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में भाजपा को पीछे छोड़ कर सरकार बना सकती है। एक और सर्वे में बताया गया है कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में पीएम पद के लिए राहुल गांधी पीएम नरेंद्र मोदी से आगे चल रहे हैं। ऐसे में भाजपा जहाना दवाब में हैं वही राहुल एक नए जोश के साथ भाजपा को टक्कट देने के लिए मैदान में उतरते दिखाई दे रहे हैं जिससे पार्टी कदर में भी सक्रियता बढ़ी है।