”अपने मन में एक लक्ष्य लिए, मंजिल अपनी प्रत्यक्ष लिए, हम तोड़ रहे हैं जंजीरे, हम बदल रहे हैं तस्वीरें, यह नवयुग है यह नवभारत है, खुद लिखेंगे अपनी तकदीर, बदल रहे हैं तस्वीर, हम निकल पड़े हैं अपना तन-मन अर्पण करके, जिद है एक सूर्य उगना है, अंबर से आगे जाना है, एक भारत नया बनाना है।”
भारत के 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा लहराया, २०१९ के चुनाव से पहले आखिरी बार। अपने भाषण में सब कुछ शामिल किया। पिछले करीब पांच साल के अपने शासन में देश की सूरत बदल देने का दावा। और यह भी कि उससे पहले देश के नाते भारत दुनिया के सामने मुरझाया सा स्वरुप लिए था और दुनिया भारत की तरफ देखते हुए निराशा का भाव रखती थी। कुल मिलकर २०१९ के लोक सभा चुनाव को नजर रख पीएम मोदी ने देश की जनता के बहाने अपने मतदाता के मन में सकारात्मकता भरने का भरपूर प्रयास किया। उन्होंने एक तरह से अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के साढ़े चार साल बाद उछाले गए नारे – इण्डिया शाइनिंग – जैसा ही भाव देने की कोशिश की कि उनके शासन काल के इस साढ़े चार साल में देश बहुत ”शाइन” करने लगा है।
देश में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार और दुष्कर्म पर मोदी ने दुःख जताया लेकिन उदाहरण दिया सिर्फ मध्य प्रदेश और राजस्थान में बहुत कम समय में फांसी देने से, जहाँ जल्दी ही चुनाव होने हैं। मोदी के एक घंटे से ज्यादा के भाषण का सार यही कि सब कुछ अच्छा २०१४ के बाद ही हुआ हालांकि उन्होंने अपने भाषण में इस बार २०१३ के वर्ष से आंकड़े बताये। विपक्ष के महंगाई, राफेल विमान खरीद में घोटाले के आरोप और देश में बढ़ रहे मअब लिंचिंग के मामलों पर कुछ नहीं कहा। इसे चुनावी भाषण कहा जा सकता है। हो सकता है विपक्ष अब कहे कि जो दावे मोदी ने अपने भाषण में किये उनकी सच्चाई तो किसी सोशल ऑडिट से ही सामने आ सकती है।
अपने भाषण की शुरुआत में मोदी ने कहा कि आज का सूर्योदय एक नई चेतना लेकर आया है। देश की बेटियों की उपलब्धिया गिनाते हुए उन्होंने कहा कि आज हम पर्व हम तब मना रहे हैं, जब हमारी उत्तरांचल, मणिपुर, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश की बेटियों ने सात समंदर पार करके हमारे बीच लौट आईं है। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि आज का पर्व हमारे लिए कई तरह की खुशिया लाया है। आज पूरा भारत इस बात पर गर्व कर रहा है कि हिन्दुस्तान ने विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का गौरव हासिल कर लिया है।
मोदी ने कहा कि देश के 10 करोड़ परिवारों को यानी करीब 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा की योजना देने वाले हैं। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का आज 15 अगस्त से परीक्षण शुरू हो रहा है। 25 सितंबर को दीन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर इसे लॉन्च कर दिया जाएगा।
अपने ८२ मिनट के भाषण में यूपीए के मुकाबले अपने सरकार के कामकाज की गति की तुलना की। पीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि 2022 तक भारत मानव को अंतरिक्ष में भेजेगा। उन्होंने बेटियों को बड़ा तोहफा देते हुए महिलाओं के लिए सेना में स्थायी कमीशन की घोषणा की। 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये सालाना बीमा देने के लिए ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ को 25 सितंबर से लागू करने का ऐलान किया।
पीएम ने बाबा साहेब अम्बेडकर को याद करते हुए कहा कि आजादी के बाद अम्बेडकर जी के नेतृत्व में भारत ने एक समावेशी संविधान का निर्माण किया गया था। यह संविधान कहता है कि भारत के तिरंगे से हमें प्रेरणा मिलती है। इसके साथ ही यह संविधान हमारे लिए कुछ जिम्मेदारियां लेकर भी आया है। आज हम सभी का कर्त्तव्य है कि हम समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर समान गति से मिलकर आगे बढ़ें।
जम्मू-कश्मीर को लेकर पीएम ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने हमें रास्ता दिखाया था। हम उन्हीं की तरह ”इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत” को आगे बढ़ाना चाहते हैं। जम्मू, कश्मीर और लद्दाख का विकास करना है। हम कश्मीरियों को गले लगाकर आगे बढ़ना चाहते हैं। कश्मीर के पंच आकर हमसे अपील करते थे कि पंचायत चुनाव हो। जल्द ही वहां पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव होंगे।
कहा कि आजादी का यह पर्व हम तब मना रहे हैं जब हमारी बेटियां, उतराखंड, हिमाचल, मणिपुर, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश की बेटियों ने सात समंदर पार किया और सातों समंदर को तिरंगे रंग से रंगकर लौट आईं। अभी-अभी लोकसभा और राज्यसभा के सत्र पूरे हुए हैं। यह सत्र बहुत अच्छे ढंग से चला और संसद का यह सत्र पूरी तरह सामाजिक न्याय को समर्पित था। सोशित, वंचितों और महिलाओं की हकों की रक्षा के लिए संवेदनशीलता के साथ समाजिक न्याय को मजबूत किया। ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर पिछड़ों-अति पिछड़ों के हकों की रक्षा का प्रयास किया।
मोदी ने कहा कि भारत विश्व की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। ऐसे सकारात्मक माहौल में हम आजादी का पर्व मना रहे हैं। देश को आजादी दिलाने के लिए बापू के नेतृत्व में लाखों लोगों ने जवानी जेलों में गुजार दी। बहुत से लोगों ने आजादी के लिए फांसी के फंदे को चूम लिया। मैं उन वीरों को सलाम करता हूं। इस तिरंगे की आन-बान-शान के लिए सैनिक दिन रात देश की सेवा में लगे रहते हैं। मैं अर्धसैनिक बलों और पुलिसबल को लाल किले की प्राचीर से शत-शत नमन करता हूं।
मोदी ने कहा कि इन दिनों देश के कोने-कोने से अच्छी बर्षा के साथ बाढ़ की खबरें आ रही हैं। अतिवर्षा की वजह से जिन्हें मुसीबतें झेलनी पड़ीं उनके लिए देश खड़ा है। जिन्होंने अपनों को खोया है उनके दुख में मैं सहभागी हूं। कहा मैंने पहले भी टीम इंडिया का सपना आपके सामने रखा है। जब जन-जन देश को आगे बढ़ाने के लिए जुटते हैं तो क्या कुछ नहीं हो सकता। मैं नम्रता के साथ कहना चाहूंगा कि 2014 में सवा सौ करोड़ देशवासियों ने सिर्फ सरकार नहीं बनाया, देश को आगे बढ़ाने के लिए जुटे रहे।
पीएम ने कहा कि एलपीजी गैस कनेक्शन 2013 की रफ्तार से चले होते तो उस काम को पूरा करने में 100 साल भी ज्यादा लगता। ऑपटिकल फाइबर बिछाने में उस गति से पहुंचाने में सदियां लग जातीं। देश की अपेक्षाएं बहुत हैं। आज देश में बदलाव आया है। देश वही है, धरती वही है। हवा, आसमान वही हैं। अधिकारी वही हैं फाइलें वहीं हैं, लेकिन 4 साल में देश बदलाव महसूस कर रहा है। देश दोगुने हाइवे बना रहा है चार गुना मकान बना रहा है। देश रेकॉर्ड अन्न के साथ रेकॉर्ड मोबाइल बना रहा है। रेकॉर्ड ट्रैक्टर से रेकॉर्ड हवाई जहाज खरीदारी हो रही है। देश में नए आईआईटी, नए आईआईएम, नए एम्स बना रहा है। टायर-2 टायर थ्री सिटी में स्टार्टअप्स की बाढ़ है। सेना सर्जिकल स्ट्राइक से दुश्मन के दांत खट्टे करती है। देश नई उमंग से आगे बढ़ रहा है। किसान संगठन एमएसपी वृद्धि की मांग कर रहे थे। सालों से डेढ़ गुना एमएसपी की बात हो रही थी, लेकिन हमने हिम्मत के साथ फैसला लिया। जीएसटी पर कौन सहमत नहीं था। सबस चाहते थे, लेकिन हिम्मत नहीं हो रही थी। आज हमारे व्यापारी के सहयोग से देश ने जीएसटी लागू कर दिया है। व्यापारियों को जीएसटी के साथ शुरू में कठिनाई आने के बावजूद आगे बढ़ाया। आज इन्सॉलवेंसी और बैंकरप्सी का कानून बना है। किसने ऐसा करने से रोका था। बेनामी संपत्ति के खिलाफ कानून क्यों नहीं बन पाया था। सैनिक वन रैंक-वन पेंशन की मांग कर रहे थे। हमने इसे पूरा किया।
मोदी ने कहा कि भारत के लिए पॉलिसी पैरालिसिस की बात कही जाती थी। वो भी एक वक्त था जब भारत को फ्रेगाइल-5 में गिना जाता था और आज दुनिया कह रही है भारत मल्टी ट्रिल्यन डॉलर निवेश का गंतव्य बन गया है। आज भारत की बात को दुनिया में सुना जा रहा है। दुनिया के मंचों पर हमने अपनी आवाज को बुलंद की है। आज हमें अनगिनत संस्थाओं में स्थान मिला है। आज भारत ग्लोबल वार्मिंग की बात करने वालों के लिए उम्मीद बना है। विश्व में भी भारत की ओर देखने का नजरिया मिला है। भारत में जब नॉर्थ ईस्ट की खबरें आती थीं तो लगता था कि ऐसी खबरें ना आएं तो अच्छा। लेकिन आज नॉर्थ ईस्ट से अच्छी खबरें आ रही हैं। कई फसलों का रेकॉर्ड उत्पादन हो रहा है। उज्जवला योजना के तहत हमने घर-घर रसोई गैस पहुंचा रहे हैं। पिछले 2 साल में भारत में पांच करोड़ गरीब करीबी रेखा से बाहर आए। हमने गरीबों के लिए कई योजनाएं बनाई है। करीब 90 हजार करोड़ रुपया जो गलत लोगों के हाथों में गलत तरीके से जा रहे थे आज वह बचे हैं। जो इमानदार टैक्सदाता है। उन पैसों से ये योजनाएं चलती हैं। इसका पुण्य ईमानदार टैक्सदाताओं को जाता है। जब आप खाना खा रहे हैं तो तीन गरीब परिवार भी खाना खा रहा है और इसका पुण्य टैक्सदाता को मिलता है। प्रत्यक्ष टैक्सदाताओं की संख्या 2013 तक 4 करोड़ थी और आज पौने 7 करोड़ है, यह ईमानदारी का उदाहरण है।
मोदी ने कहा कि देश को दीमक की तरह भ्रष्टाचार ने बर्बाद किया। दिल्ली के गलियारों में आप पावर ब्रोकर नजर नहीं आते। कुछ लोग देश बेडरूम में बैठकर कहते थे सरकार की नीतियां बदल दूंगा, उनकी दुकानें बंद हो गईं। करीब 3 लाख फर्जी कंपनियां बंद कर दी गईं। एक समय पर्यावरण की मंजूरी भ्रष्टाचार का पहाड़ था, हमने सारी व्यवस्था ऑनलाइन कर दी है। आज सुप्रीम कोर्ट में तीन महिला जज हैं, यह गर्व का विषय है। आजादी के बाद यह पहली कैबिनेट है जब महिलाओं को इतना सम्मान मिला है। मोदी ने कहा कि भारतीय सेना में सॉर्ट सर्विस कमीशन से नियुक्त महिला अधिकारियों को पुरुष अधिकारियों की तरह स्थायी कमीशन की घोषणा करता हूं।
मोदी ने कहा कि बलात्कार की घटनाएं पीड़ा पहुंचाती हैं। पीड़िता से ज्यादा हमें पीड़ा होनी चाहिए। इस बुराई से देश को मुक्त करना होगा। पिछले दिनों मध्य प्रदेश में 5 दिन में बलात्कारियों के दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई। राजस्थान में भी ऐसा हुआ। इसकी चर्चा जितनी होगी इन राक्षसों को भय होगा। मोदी ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को मैं लाल किले से कहना चाहता हूं कि 3 तलाक ने उन्हें पीड़ा दी है। हमने इस संसद सत्र में तीन तलाक के खिलाफ बिल पेश किया था, लेकिन कुछ लोग अभी भी इसे पारित नहीं होने देना चाहते। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपको न्याय दिलाकर रहूंगा। आए दिन नॉर्थ ईस्ट से बम-बंदूक की खबरें आती थीं। आज हमारे सुरक्षाबलों, केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों से कुछ वर्षों बाद त्रिपुरा और मेघायल अफस्पा मुक्त हो गया है। नक्सलवाद 126 जिलों से कम होकर 90 जिलों तक सिमट गया है। हमारा मंत्र है- सबका साथ सबका विकास।
मोदी ने कहा कि लोग मेरे लिए भी भांति-भांति की बातें करते हैं। लेकिन जो कुछ भी कहा जाता हो मैं सार्वजनिक रूप से स्वीकार करता हूं मैं बेसब्र हूं। मैं बेसब्र हूं देश को आगे ले जाने के लिए। मैं बेचैन हूं देश को कुपोषण को मुक्त करने के लिए। मैं व्याकुल हूं कि देश के सभी व्यक्ति को बीमा कवर मिले। मैं बेसब्र हूं कि देश के लोगों का जीवनस्तर में सुधार हो। मैं आतुर हूं कि क्योंकि मैं चाहता हूं कि देश अपनी क्षमता और संसाधनों का पूरा लाभ उठाए। रुकना और झुकना हमारे स्वभाव में नहीं। यह देश ना रुकेगा ना झुकेगा और ना थकेगा। हम सिर्फ भविष्य देखकर अटकना नहीं चाहते हैं।