सिर्फ २१ रन पर सात विकेट गंवाने वाली भारत की टीम का लगातार पांचवां अंडर-१९ विश्व क्रिकेट कप जीतने का सपना रविवार को टूट गया। फाइनल में बांग्लादेश ने शानदार खेल दिखाकर एक दिलचस्प मुकाबले में उसे तीन विकेट से हरा दिया। बंगलादेश पहली बार यह विश्व कप जीता है।
बांग्लादेश ने २३ गेंद शेष रहते डकवर्थ लुइस नियम के तहत सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। बांग्लादेश की ओर से परवेज हुसैन इमोन ने ४७, कप्तान अकबर अली ने नाबाद ४३ और तंजीद हसन ने १७ रन बनाए। भारत के लिए रवि बिश्नोई ने १० ओवर में ३० रन देकर सर्वाधिक चार विकेट लिए। उनके अलावा सुशांत मिश्रा ने दो और यशस्वी जायसवाल ने एक विकेट हासिल किया।
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत की टीम १७७ रन पर सिमट गयी। यशस्वी जायसवाल ने शानदार ८८ रन की पारी खेली, हालांकि वे शतक बनाने से चूक गए। भारत की शुरुआत ही बहुत धीमी हुई और बांग्लादेश के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों पर अंकुश लगाकर रखा। भारत की रन गति ३० ओवर तक बहुत धीमी रही जिससे वो एक बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहा।
एक समय टीम इण्डिया का स्कोर ४० ओवर में १५६ रन था और उसके सिर्फ तीन विकेट ही गिरे थे। तब लग रहा था कि भारत २०० से पार निकल जाएगा जो कुलमिलाकर एक अच्छा स्कोर होगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका और भारत ने सिर्फ २१ रन के भीतर ७ विकेट गँवा दिए।
बंगलादेश ने बहुत सधे तरीके से शुरुआत की लेकिन भारत के गेंदबाजों, खासकर रवि बिश्नोई ने अपनी गुगली से भारतीय खेमे में उम्मीद की किरण जगा दी। बिश्नोई ने चार विकेट झटककर एक मौके पर बंगलादेशी खेमे में हड़कंप मचा दिया। लेकिन बाद में बांग्लादेश ने संभालकर खेलते हुए लक्ष्य के नजदीक जाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी।
यह बांग्लादेश के क्रिकेट इतिहास में पहला वर्ल्ड कप खिताब है। पहले बांग्लादेश की सीनियर या महिला क्रिकेट टीम भी कोई वर्ल्ड कप जैसा खिताब नहीं जीत पाई थी। अकबर अली की कप्तानी वाली बांग्लादेश टीम ने अंडर-१९ क्रिकेट वर्ल्ड कप जीत लिया।