हरियाणा के पंचकूला के मोरनी स्थित गेस्ट हाउस में नौकरी का झांसा देकर 22 साल की एक महिला से गैंगरेप का मामला पुलिस ने दर्ज़ किया है। मनीमाजरा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोप है कि इस बेहद शर्मनाक घटना में इस महिला से करीब 40 लोगों के दुष्कर्म किया। पीड़िता के आरोप के मुताबिक रायपुररानी-मोरनी मार्ग पर कंबवाला गांव के एक गेस्ट हाउस में चार दिन तक बंधक बनाकर 40 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया। मामला अब पंचकूला पुलिस को ट्रांसफर कर दिया है । मीडिया में रिपोर्ट छपने के बाद मामला बड़े अधिकारियों की नजर में आया जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। शुक्रवार को मोरनी चौकी इंचार्ज, महिला थाने की एएसआई और इलाके के सिक्योरिटी एजेंट को निलंबित कर दिया गया।
महिला ले आरोप के मुताबिक उसे खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर आरोपी उससे दुष्कर्म करते रहे। चार दिन के बाद जाकर महिला किसी तरह आरोपियों के चंगुल से भागी और घर पहुंचकर पति को घटना की जानकारी दी। आरोप है कि जब महिला पति के साथ पंचकूला पुलिस को शिकायत देने गयी तो पुलिस ने उसकी नहीं सुनी। बाद में महिला ने मनीमाजरा थाने में शिकायत दर्ज कराई।
इस बीच पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे छताछ की जा रही है। डीसीपी आरके मीणा ने मीडिया को बताया कि मामले की जांच के लिए एएसपी अंशु सिंगला के नेतृत्व में विशेष जाँच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है।
जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक महिला के पति को आरोपियों ने झांसा दिया था कि वह उसकी पत्नी की 12 हजार रुपये माह पर गेस्ट हाउस में नौकरी लगवा देंगे। झांसे में फंसकर महिला का पति 15 जुलाई को पत्नी को बाइक पर बैठाकर उसे रामगढ़ ले गया। रामगढ़ में आरोपी एक सफेद रंग की कार में मिले और यहां से महिला को अपने साथ ले गए जबकि उसका पति वापस लौट आया। पति को उन लोगों ने बताया कि उसकी पत्नी हफ्ते में एक बार छुट्टी पर घर आया करेगी ।
पति ने जब अगले दिन पत्नी को फोन किया तो जवाब ठीक तरह से नहीं मिला। उधर, गेस्ट हाउस ले जाकर आरोपियों ने महिला को बंधक बना लिया और विरोध करने पर उसे नशे की दवा देकर बेसुध कर दिया और उससे दुष्कर्म करते रहे। अब महिला ने बताया है कि उसे नहीं मालूम था कि नौकरी के बहाने वे उसकी इज्जत से खिलवाड़ करेंगे। वह तो गरीबी के कारण नौकरी के लिए गयी थी।