चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ से महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र कोकण को भारी नुक़सान हुआ है। समंदर में ऊंची ऊंची लहरों की वजह से तटीय किनारों पर बने घरों के भीतर पानी भर गया है पिछले तीन-चार दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से चावल की खेती को भी बड़ा नुकसान हुआ है। समंदर में उठने वाली ऊंची लहरों के वजह से बस्ती में भरे पानी के चलते स्थानीय गांव में लोग डरे डरे से हैं ।अरब सागर में कम दबाव के चलते कोकण के तटीय क्षेत्रों में बसे दोडामार्ग, वेंगुर्ले, मालवण, कुडाल, सावंतवाडी, कणकवली आदि इलाकों में तेज हवा के साथ तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और तेज बारिश होने की संभावना जाहिर की है।
तेज बारिश और ऊंचे समंदर की लहरों के चलते गांवों के भीतर पानी भर गया है जिसकी वजह से ग्रामीणों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। घरों का खाद्यान्न भंडारण भीगने से खराब हो गया है। गांवों के कुंवों में समंदर का पानी भर गया है जिसकी वजह से कुएं का पानी दूषित हो गया और पीने के पानी की बड़ी समस्या पैदा हो गई है। पिरावाडी, जामडूल, जैसे आइलैंड बसे गांव के साथ-साथ मालवण, आचरा, देवगड आदि तटीय इलाकों के गांव के हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
मुंबई से 310 किमी दूर और पश्चिम रत्नागिरी से 200 किमी दूर चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ का खतरा बढ़ने की खबर है। शनिवार को कर्नाटक के मंगलौर बंदरगाह पर 100 मछुआरे बोट के साथ साथ लगभग हजार मछुआरों को भी तटीय इलाकों से रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों ले जाया गया है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को गोवा, कर्नाटक और दक्षिण कोंकण के तटीय जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की थी। मौसम विभाग ने हवा की गति 90 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे के बीच होने का अनुमान जताया था। मुंबई मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ तेज हो गया है और इतवार तक हवा की गति बढ़कर 200 प्रति घंटे की रफ्तार होने की संभावना है।28 अक्टूबर से मााह के अंंत यानी 28 से 31 तारीख तक ईस्ट-सेंट्रल और वेस्ट-सेंट्रल अरब सागर में चिंताजनक हालात रहेंगे।
केरल, तामिलनाडु, गुजरात, कर्नाटक से कई बोट कोकण के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले देवगड पोर्ट लाए गए हैं। चक्रवात ‘क्यार’ का असर मत्स्य और पर्यटन व्यवसाय पर बुरी तरह पड़ा है। फिलहाल मुंबई, नवी मुंबई ,थाने ,पालघर और आसपास के इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हो रही है बेमौसम की बारिश से लोग परेशान हैं।