भाजपा ने आधी रात को आपरेशन दलबदल कर पहले तो महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) को दो विधायकों को अपने पाले में मिला लिया और बुधवार दिन में एमजीएम के नेता और उप मुख्यमंत्री सुदीन धवलीकर को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
सीएम सावंत ने गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को संबोधित पत्र भेजकर धवलीकर को हटाए जाने की सूचना दी है। सावंत ने कहा – ”मैंने सुदीन धवलीकर को कैबिनेट से हटा दिया है। रिक्त सीट को भरने का निर्णय शीघ्र किया जाएगा।”
पर्रिकर के निधन के बाद नया मुख्यमंत्री चुनने के वक्त धवलीकर ने अपना दावा पेश किया था। भाजपा इससे चिड़ी बैठी थी और उनके दो विधायकों को आधी रात को अपने साथ मिलाने के १२ घंटे के भीतर उपमुख्यमंत्री और एमजीपी के नेता सुदीन धवलीकर को मंत्री पद से हटा दिया गया। धवलीकर के पास लोक निर्माण मंत्रालय था। अब एमजीपी से भाजपा में शामिल हुए विधायक दीपक पावस्कर को मंत्री बनाया जा सकता है।
एमजीपी और भाजपा के नेताओं के बीच बढ़ती कड़वाहट के बीच सीएम सावंत ने अपने वरिष्ठतम मंत्री को हटाने का निर्णय किया। इस बीच धवलीकर ने इसे लेकर जहां पार्टी विधायकों (जो भाजपा में शामिल हुए हैं) को चेतावनी दी, वहीं भाजपा पर भी हमला बोला। एमजीपी नेता ने कहा – ”रात को चौकीदारों ने एमजीपी पर जो डकैती डाली, उससे गोवा के लोग स्तब्ध हैं। गोवा के लोग यह देख रहे हैं। इस पर क्या करना है यह फैसला जनता लेगी।”
मंगलवार आधी रात को तीन एमजीपी विधायकों में से दो ने क्षेत्रीय पार्टी से अलग होकर स्पीकर से भाजपा में शामिल होने (अपने दल के विलय) का पत्र सौंपा जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर लिया। एमजीपी के दोनों विधायकों मनोहर अजगांवकर और दीपक पवास्कर के पार्टी में आने के बाद से ३६ सदस्यों वाले सदन में भाजपा विधायकों की संख्या अब १४ हो गयी है।