उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने महाराष्ट्र एटीएस के साथ संयुक्त कार्रवाई में गोपनीय और संवेदनशील दस्तावेजों को अपने लैपटॉप में रखने के आरोप में नागपुर स्थित एक रक्षा प्रतिष्ठान के इंजीनियर को सोमवार को गिरफ्तार किया।
भाषा की एक रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के नागपुर के उज्ज्वल नगर निवासी निशांत अग्रवाल को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों के मुताबिक़ फेसबुक पर पाकिस्तान से महिलाओं की छद्म आईडी बनाने और भारत में संवेदनशील स्थानों पर काम कर रहे लोगों को फंसाने की कार्यप्रणाली सामने आने के बाद से यूपी एटीएस इस पर निगाह रख रही थी।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि पूर्व में गिरफ्तार सीमा सुरक्षा बल के एक आरक्षी से संबंधित जांच में दो और फेसबुक आईडी निगाह में आई थीं जो महिलाओं के छद्म नाम से बनाई गई थीं और पाकिस्तान से उनका संचालन किया जा रहा था। निशांत द्वारा उन आईडी से चैट किए जाने के सुबूत मिले थे।
सूत्रों ने बताया कि इस पर यूपी एटीएस ने अदालत से ‘सर्च वारंट’ लेकर आज महाराष्ट्र एटीएस के साथ मिलकर निशांत के घर पर तलाशी ली। इस दौरान उसके व्यक्तिगत कंप्यूटर पर गोपनीय और अतिसंवेदनशील दस्तावेज मिले।
यह शासकीय गोपनीयता अधिनियम के तहत अपराध है, जिसके लिए निशांत को गिरफ्तार किया गया। एटीएस ने निशांत के कार्यालय की भी तलाशी ली है और सबूत इकट्ठा किए हैं। उसके रुड़की स्थित आवास से भी उसका एक पुराना लैपटॉप बरामद किया गया है जिसका परीक्षण किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि निशांत को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जाएगा। हालांकि उसकी गिरफ्तारी गोपनीय अभिलेखों को अवैध रूप से अपने व्यक्तिगत लैपटॉप में रखने की वजह से हुई है मगर इस बारे में भी गहन जांच की जा रही है कि उसने पाकिस्तान की फेसबुक आईडी से क्या बातें पहुंचाई। अगर इस बारे में कोई सुबूत मिले तो मुकदमे में अन्य धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।
भाषा की रिपोर्ट के अनुसार इसी सिलसिले में कानपुर और आगरा में भी एक एक व्यक्ति की तलाशी ली गई और उससे पूछताछ की गई है। उनके लैपटॉप भी कब्जे में लिए गए हैं। परीक्षण के बाद उनकी भूमिका स्पष्ट हो सकेगी।