कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे के राइट हैंड और शॉर्प शूटर अमर दुबे को यूपी एसटीएफ ने बुधवार तड़के हमीरपुर के मौदहा में मार गिराया। विकास दुबे के फरार होने के बाद अभी तक पुलिस की पांच लोगों के साथ मुठभेड़ हो चुकी है। जिसमें पुलिस ने तीन को मार गिराया है और दो बदमाशों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
गैंगस्टर और वांटेड में शामिल अमर दुबे बिकरू हत्याकांड के मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास दुबे के मामा अतुल दुबे का चचेरा भाई है। गांव के लोगों की माने तो विकास अमर दुबे पर आंख बंद करके भरोसा करता था। अमर निशाना लगाने में माहिर था। विकास के एक इशारे पर वो गोलियों की बौछार कर देता। नौ दिन पहले ही 29 जून को ही उसकी शादी हुई थी।
हमीरपुर के मौदहा में पुलिस ने अमर का एनकाउंटर कर दिया। अमर की दादी का कहना है कि पोते ने मेरी बात सुनी होती तो मारा नहीं जाता। अमर मूल रूप से कानपुर के शिवली थाना इलाके का था, लेकिन जब से वह विकास के साथ आया तब से वह बिकरू गांव में ही रह रहा था। विकास का तकरीबन पूरा कुनबा आपराधिक गैंग में शामिल है।
रंगदारी वसूलने से लेकर शराब के ठेकों से वसूली करने का काम अमर दुबे के ही जिम्मे था। अमर के खिलाफ चौबेपुर थाने में पांच आपराधिक केस दर्ज हैं। कानपुर हत्याकांड के बाद पुलिस ने अमर के सिर पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
विकास के सिर पर अब 5 लाख का इनाम
कानपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के छह दिन बाद मुख्य आरोपी विकास दुबे अब भी फरार है। यूपी पुलिस अभी तक पकड़ नहीं सकी है। अब उसके सिर पर 2.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख का इनाम घोषित कर दिया है। चौबेपुर थाने के सभी 68 पुलिस वालों को लाइन हाजिर किया जा चुका है। थाना प्रभारी के अलावा दो दरोगा और एक सिपाही को मुखबिरी में सस्पेंड किया जा चुका है।