पिछले नौ महीने में इस तरह के चौथे मामले में अब श्रीलंका में भारत के गुजरात में बनी आई ड्रॉप से मरीजों को संक्रमण का मामला सामने आया है। श्रीलंका ने आरोप लगया है कि इस आई ड्राप से उसके 35 नागरिकों की आँखों में संक्रमण हो गया है।
घटने के बाद श्रीलंका सरकार ने भारत में निर्मित इस दवा की जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात की फार्मा कंपनी की दवा की जांच की जा रही है। शिकायत मिली है कि मिथाइल प्रेडनिसोलोन आई ड्रॉप का उपयोग करने के बाद मरीजों में बैक्टीरिया संक्रमण बढ़ा है।
बता दें मार्च में कंपनी ने आई ड्रॉप के दो बड़े बैच श्रीलंका निर्यात किए, लेकिन अप्रैल में वहां के तीन बड़े अस्पतालों में करीब 30 लोगों ने दवा लेने के बाद आंखों में संक्रमण की शिकायत की। इसके बाद श्रीलंका की सरकार ने न सिर्फ दवा पर तत्काल रोक लगाई, बल्कि उसके खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है।
उधर गुजरात की इस कंपनी ने अपनी दवाओं को वापस ले लिया है। श्रीलंका सरकार ने हाल में एक पत्र लिखकर भारत से भी निष्पक्ष जांच की अपील की है। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कह चुके हैं कि गुणवत्ता से समझौता कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।