गुजरात के सूरत शहर में कोरोना के चलते पुलिस कुछ ज्यादा ही सख्ती बरत रही है। यहां पर यातायात नियमों का इस कदर पालन किया जा रहा है कि साइकिल सवार तक इससे अछूते नहीं रहे। यह अजब मामला सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। गलत दिशा में साइकिल चला रहे एक शख्स मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान काटा गया है।
मामला तब सामने आया जब चालान की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। लोगों ने इस बात पर कड़ा ऐतराज जताया कि पुलिस एक साइकिल चालक के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत कैसे कार्रवाई कर सकती है।दरअसल, राजबहादुर यादव नामक शख्स वीरवार की सुबह सचिन जीआईडीसी इलाके में सड़क के रास्ते साइकिल से जा रहे थे। उनको महिला कांस्टेबल कोमल डांगर ने रोका और गलत दिशा में साइकिल चलाने को लेकर मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान काट दिया। चूंकि यह कोर्ट मेमो है, इसलिए यादव को अब इस मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश होना पड़ेगा।
मामला चर्चा में आने के बाद सूरत के यातायात पुलिस उपायुक्त प्रशांत सुम्बे ने माना कि महिला कांस्टेबल को साइकिल चालक को यह बताना चाहिए था कि यह चालान मोटर वाहन अधिनियम की बजाय गुजरात पुलिस अधिनियम के तहत काटा गया है। सुम्बे ने शुक्रवार को कहा कि एक साइकिल चालक के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत नहीं, बल्कि गुजरात पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
इस बारे में साइकिल चालक ने अपनी गलती को स्वीकार किया है। उसने कहा है कि वह इस मामले में अदालत के सामने पेश होंगे और अदालत जो भी फैसला करेगी, उसे वह स्वीकार करेंगे।