दिल्ली-एनसीआर में सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश के बीच गाजियाबाद के मुरादनगर श्मशान घाट में हो रहे निर्माण से लेंटर गिर गया है। इससे अंतिम संस्कार में शामिल होने आए लोग चपेट में आ गए। 40 से अधिक लोग दब गए, जिनमें कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक घायल हो गए हैं। बताया गया कि बारिश से बचने के लिए छत के नीचे करीब 100 लोग खड़े थे।
हादसे में कई और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का एलान किया है। लेकिन सवाल उठ रहा है कि आखिर इस घटना के लिए जिम्मेदार कौन है? क्या जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई भी होगी?
भारी बारिश के चलते बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है। सीएम योगी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए डीएम और एसएसपी को प्रभावी ढंग से बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मण्डलायुक्त, मेरठ एवं एडीजी, मेरठ जोन को घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ की टीम अभियान में लगाई गई है। मुरादनगर के श्मशान घाट परिसर में लेंटर का निर्माण किया जा रहा था। इसी दौरान बारिश होने के कारण लेंटर गिर गया। कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
10 साल पुराना है भवन
गाजियाबाद के मुरादनगर में सुबह तड़के साढ़े तीन बजे से आठ बजे तक बारिश हुई है। बारिश का सिलसिला रुक रुककर दोपहर तक जारी रहा। बताया जा रहा है कि जो भवन गिरा है, वह 10 साल पुराना है। इसका निर्णाण नगरपालिका ने कराया था।