जब बीमारी के बारे जानकारी ना हो तो अलग बात होती है, लेकिन जब बीमारी के बारे जानकारी हो और लापरवाही बरती जाये तो इसके घातक परिणाम होते है। ऐसा मामला आजकल देश में देखने को मिल रहा है। देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। लेकिन सावधानी और सतर्कता के नाम पर लोग कोई खास परहेज तक नहीं कर रहे है। आलम ये है जो लोग मुंह मास्क लगाते है वो नाक के नीचे लगा रहे है। जिसके कारण कोरोना का सही बचाव तक नहीं हो पा रहा है।
कोरोना के बदलते स्वरूप के कारण चिकित्सा जगत इस बात पर हैरान है कि ये सर्दी के मौसम का वायरस है या गर्मी के मौसम का। ऐसे में ये अनुमान नहीं लग पा रहा है। क्योंकि जैसे –जैसे गर्मी का मौसम व तापमान बढ़ रहा है वैसे –वैसे कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। इंडियन हार्ट फाउंडेशन के चैयरमेन डाँ आर एन कालरा ने कहा कि कोरोना को हल्के में ना लें । क्योंकि अप्रैल और मई के बीच जो सम्भावित कोरोना की लहर आ सकती है । वो काफी घातक बतायी जा रही है। ऐसे में सरकार के साथ-साथ लोगों को कोरोना से बचाव के लिये कारगर कदम उठाने होगें। क्योंकि 2021 के मार्च में जो गर्मी ने रिकार्ड तोड़ा है। उससे भी कोरोना, हार्ट रोगियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहियें। क्योंकि बढती गर्मी में हार्ट रोगियों का खतरा ज्यादा रहता है।