प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष की ओर से रोजगार के मुद्दे पर लगातार किये जा रहे सवालों का जवाब में कहा है कि जब भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच सबसे तेजी से विकास कर रहा है तो फिर ये कैसे कहा जा सकता है कि रोजगार के मोर्चे पर कुछ भी नहीं हो रहा है।
एएनआई के इंटरव्यू में मोदी ने अचरजता जताई कि, ‘जब अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है तो फिर नौकरियों क्यों नहीं बढ़ेंगी?” उन्होंने कहा पिछले साल एक करोड़ से ज़्यादा नई नौकरियां पैदा हुई।
पीएम मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान दिये अपने भाषण को दोहराते हुये कहा, ‘निवेश बढ़ रहा है, सड़क निर्माण, रेल लाइन बिछाने का काम, सोलर पार्क बनाने और ट्रांसमिशन लाइन के विस्तार का काम तेजी से हो रहा है, तो फिर कैसे कहा जा सकता है कि नये रोजगार नहीं मिलेंगे.पीएम मोदी ने सवाल पूछने के अंदाज में कहा, ‘जब इस समय सबसे अधिक निवेश हो रहा है तो क्या इससे निर्माण और नए रोजगार सृजन नहीं होगा?”
पीएम ने कहा कि साल 2014 में मोबाइल निर्माण की दो फैक्टरियां थीं और अब बढ़कर 120 हो गई हैं। अगर इलेक्ट्रानिक्स निर्माण के क्षेत्र में इस तरह का विकास हो रहा है तो क्या नई नौकरियों का सृजन नहीं हुआ होगा।
मोदी ने कहा कि आज भारत नये ‘स्टार्ट अप्स’ का केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि खाना, लॉजिस्टिक्स, ई-कॉमर्स, मोबाइल सोल्यूशन और इस तरह के कई सेक्टरों में ऐप आधारित एग्रीगेटर्स की भरमार है। क्या यह नये रोजगार का सृजन नहीं कर रहे हैं?
प्रधान मंत्री ने बताया कि पर्यटन क्षेत्र भी बड़ा रोजगार पैदा करता है. पिछले साल विदेशी पर्यटकों संख्या में 14 फीसदी का इजाफा हुआ है, क्या इससे नये रोजगार नहीं पैदा होंगे?
इसके बाद मोदी ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफओ) का जिक्र करते हुये कहा कि 45 लाख नये लोगों के खाते खोले गये हैं और पिछले 9 महीने में 5.68 लाख लोग नई पेंशन स्कीम से जुड़े हैं। इससे पता चलता है कि पिछले साल 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार मिले हैं।